देश के प्रमुख उद्योगपति गौतम अडाणी के 63वें जन्मदिन के अवसर पर 24 जून को अडाणी फाउंडेशन ने एक राष्ट्रव्यापी मेगा रक्तदान अभियान का आयोजन कर एक बार फिर सामाजिक सेवा की मिसाल पेश की। यह अभियान ना सिर्फ भारत के विभिन्न हिस्सों में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आयोजित किया गया और इसने पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
206 शहरों में चला महाअभियान
इस बार यह विशाल रक्तदान कार्यक्रम देश के 21 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 206 शहरों में आयोजित हुआ। अडाणी हेल्थकेयर टीम के नेतृत्व में आयोजित इस अभियान में अडाणी समूह के कर्मचारियों और विभिन्न हिस्सेदारों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। इस प्रयास में 27,661 यूनिट रक्त (करीब 11,100 लीटर) एकत्र किया गया, जिससे अनुमानतः 83,000 से अधिक रोगियों को लाभ मिलेगा।
यह रक्त कई प्रकार के घटकों — जैसे कि संपूर्ण रक्त, पीसीवी, प्लेटलेट्स, प्लाज्मा, एफएफपी, क्रायोप्रेसिपिटेट और एल्ब्यूमिन — के रूप में प्रयोग किया जाएगा, जो मरीजों को जीवन रक्षक सहायता प्रदान करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा अभियान
इस बार अडाणी फाउंडेशन ने अपनी सीमाओं का विस्तार करते हुए पहली बार यह सेवा अभियान वैश्विक स्तर पर भी संचालित किया। कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल (CWIT), श्रीलंका और दार-एस-सलाम पोर्ट, तंजानिया में रक्तदान शिविर लगाए गए, जिनमें 100 से अधिक लोगों ने रक्तदान कर इस नेक कार्य में भागीदारी निभाई। यह वैश्विक पहल दर्शाती है कि अडाणी ग्रुप की सामाजिक जिम्मेदारी केवल भारत तक सीमित नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय मूल्यों से भी जुड़ी हुई है।
डॉ. प्रीति अडाणी का संदेश
अडाणी फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ. प्रीति अडाणी ने इस अवसर पर कहा,
“मैं अपने अडाणी परिवार को आगे आकर सेवा के इस कार्य को सार्थक बनाने के लिए दिल से धन्यवाद देती हूं। आपकी उदारता अनगिनत लोगों के जीवन को प्रभावित करेगी।”
यह अभियान रेड क्रॉस ब्लड बैंक और सरकारी अस्पतालों के साथ साझेदारी में आयोजित किया गया। इस आयोजन को सफल बनाने में 3,000 से अधिक डॉक्टरों, पैरामेडिक्स, डेटा ऑपरेटरों और प्रशासनिक कर्मचारियों की टीम ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सेवा ही साधना: अडाणी की प्रेरणा
यह रक्तदान अभियान कोई नई पहल नहीं है, बल्कि 2011 से यह हर साल गौतम अडाणी के जन्मदिन पर एक परंपरा के रूप में मनाया जा रहा है। इस परंपरा की नींव अडाणी के विचार “सेवा ही साधना है” पर आधारित है। अडाणी ग्रुप की यह मान्यता रही है कि समाज को लौटाना, उनकी जिम्मेदारी है और यह सेवा ही उनके व्यवसाय की आत्मा है।
क्या है अडाणी फाउंडेशन?
1996 में स्थापित, अडाणी फाउंडेशन अडाणी ग्रुप की गैर-लाभकारी शाखा है जो देशभर में सामुदायिक विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, आजीविका और जलवायु कार्रवाई जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में रणनीतिक सामाजिक निवेश कर रहा है। फाउंडेशन की सभी योजनाएं राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और वैश्विक सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के अनुरूप हैं।
वर्तमान में अडाणी फाउंडेशन:
निष्कर्ष: सेवा, समर्पण और सतत विकास का संगम
गौतम अडाणी के जन्मदिन पर आयोजित यह मेगा रक्तदान अभियान सिर्फ एक सामाजिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह मानवता के प्रति सेवा, समर्पण और सतत विकास की भावना का प्रतीक बना। अडाणी फाउंडेशन की यह पहल हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि जब कॉरपोरेट जगत सामाजिक दायित्व को अपनाता है, तो उसका असर कितना व्यापक और प्रभावशाली हो सकता है।
अडाणी ग्रुप का यह प्रयास आने वाले समय में देशभर के अन्य कॉरपोरेट्स और नागरिकों के लिए प्रेरणा बन सकता है कि सफलता का असली अर्थ तभी है जब उसका उपयोग समाज की भलाई के लिए किया जाए।
सेवा ही साधना है — यही है अडाणी समूह की आत्मा, और यही भारत की शक्ति।