बेंगलुरु, 21 अक्टूबर (न्यूज हेल्पलाइन) केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज गुरुवार 21 अक्टूबर को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के दो दिवसीय दौरे पर आज पहुंचे। इस दौरे के प्रथम दिन उन्होंने एक DPSU (Defence public sector undertaking) संस्थान की एक बैठक में भाग लिया और उनकी प्रगति की समीक्षा की। अपने संबोधन में उन्होंने रक्षा क्षेत्र में हाल ही में भारत द्वारा अर्जित सफलताओं पर बात की और साथ ही आगामी योजनाओं के बारे मने बताया।
अपने संबोधन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने और भारत को वैश्विक रक्षा आपूर्ति चेन का हिस्सा बनाने के उद्देश्य से हमने 2024-25 तक एयरोस्पेस और रक्षा सामान और सेवाओं में 35,000 करोड़ रुपये के निर्यात का लक्ष्य निर्धारित किया है।
राजनाथ सिंह ने अपनी उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए बताया कि स्टॉकहोम अंतर्राष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान की 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत पहली बार दुनिया के शीर्ष 25 रक्षा निर्यातक देश की सूची में शामिल हुआ है। भारत रक्षा निर्यात में वैश्विक लीडर बने इसके लिए रक्षा मंत्रालय लगातार प्रयास कर रहा है। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने विगत कुछ वर्षों में रक्षा विभाग में कई सारे परिवर्तन किए हैं। इन परिवर्तनों के तहत देश को रक्षा विभाग में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से विदेशों से रक्षा उपकरणों के आयात को घटाकर रक्षा तकनीकों के खरीद पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया है। इससे न सिर्फ देश अपनी रक्षा जरूरतों के लिए हथियार बनाने में सक्षम हो रहा है, बल्कि उम्मीद की जा रही है कि आगामी कुछ वर्षों में भारत अन्य देशों को भारी मात्रा में हथियार बेचने में भी सक्षम हो जाएगा।