गुवाहाटी, 19 नवंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा दुनिया के सबसे बड़े नदी द्वीप की एक दिवसीय यात्रा के लिए गुरुवार को माजुली पहुंचे। सरमा द्वीप के लोगों पर केंद्रित कई योजनाओं और परियोजनाओं का उद्घाटन करने वाले हैं।
मुख्यमंत्री ने 8 सितंबर को माजुली में हुई नाव दुर्घटना के पीड़ितों को बचाने में मदद करने वाले उन बहादुरों को भी चेक सौंपा। बचाव अभियान में उनकी बहादुरी के लिए प्रत्येक को 25-25 हजार रुपये के चेक सौंपे गए।
मुख्यमंत्री ने माजुली की 59 रास महोत्सव आयोजन समितियों में से प्रत्येक को 50-50 हजार रुपये का वितरण भी किया।
मीडिया से बात करते हुए, मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों के लिए इसके महत्व को प्रदर्शित करने के लिए बड़े पैमाने पर माजुली में रास महोत्सव आयोजित करने की अपनी मंशा व्यक्त की।
सरमा ने कहा, “माजुली के रास महोत्सव का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। COVID-19 के कारण, हमें खुद को प्रतिबंधित करना पड़ा। लेकिन अगले चार वर्षों में और उसके बाद के वर्षों में, जब वे माजुली में रास महोत्सव के बारे में सोचेंगे, तो देश भर के लोगों को जोश का अनुभव होगा, और वे इसका हिस्सा बनना चाहेंगे।”
मुख्यमंत्री ने माजुली के लुईत घाट पर हो रहे कटाव संरक्षण कार्य का भी जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समय में काम पूरा करने के निर्देश दिए।
सरमा माजुली में रात बिताएंगे और बाढ़ और कटाव के कारण मिसिंग समुदाय के लोगों के सामने आने वाली समस्याओं पर चर्चा करेंगे।