बेंगलुरू, 10 सितंबर (न्यूज हेल्पलाइन) पशु क्रूरता का एक ताज़ा मामला कर्नाटक के शिवमोग्गा के भद्रावती तालुक से सामने आया है, जिसमें कुछ अज्ञात लोगों ने 35 आवारा कुत्तों को को जमीन में दफना दिया है। इस क्रूर घटना को लेकर सोशल मीडिया से लेकर पूरे देश के सभी पशु प्रेमियों के बीच घोर आलोचना हो रही है।
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए शिवमोग्गा के पुलिस अधीक्षक बीएम लक्ष्मी प्रसाद ने कहा कि शिवमोग्गा के भद्रावती तालुक में कंबादल होसुर ग्राम पंचायत में लगभग 35 आवारा कुत्तों को दफनाया गया है। नियमों के अनुसार आवारा कुत्तों को पकड़ने का प्रयास किया गया था, लेकिन ऐसा लगता है कि ठेकेदार ने लगभग 35 कुत्तों को मार कर दफना दिया।
शिवमोग्गा एसपी बीएम लक्ष्मी प्रसाद ने आगे कहा कि हम यह देखने के लिए क्षेत्र की तलाश कर रहे हैं कि कहीं और कुत्ते दबे तो नहीं हैं। हमने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में पंचायत के कुछ अधिकारी शामिल हो सकते हैं। अभी जांच चल रही है। फिलहाल आवारा कुत्तों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए कुत्तों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस के रिपोर्ट के विपरीत पशु अधिकार कार्यकर्ताओं का आरोप है कि 200 से लेकर 300 कुत्तों को इस बर्बर तरीके से मार दिया गया है। हालांकि पुलिस ने सिर्फ 40 आवारा कुत्तों के मारे जाने की पुष्टि की है।
इस घटना के बारे में प्राप्त प्राथमिक जानकारी के अनुसार कम्बडालालु होसुर ग्राम पंचायत को आवारा कुत्तों के नसबंदी का काम सौंपा गया था। पुलिस अधिकारियों ने प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए कहा कि हालांकि, ठेकेदार ने सर्जिकल प्रक्रिया करने के बजाय उन्हें मारने और दफनाने का सहारा लिया।
शिवमोग्गा एनिमल रेस्क्यू क्लब के एक कार्यकर्ता, जीएस बसवा प्रसाद ने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत सदस्यों को नसबंदी प्रक्रिया के बारे में पता नहीं था। ऐसे में उन्होंने आवारा कुत्तों को पकड़ लिया और उन्हें 20 बाय 20 गड्ढों में दफना दिया।