देहरादून (उत्तराखंड), 20 अक्टूबर( न्यूज़ हेल्पलाइन ) पिछले कुछ दिनों में अचानक बाढ़ और भूस्खलन की कई घटनाओं के बाद बारिश से प्रभावित उत्तराखंड में मरने वालों की संख्या बढ़कर 47 हो गई है।उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में मूसलधार बारिश होने से मंगलवार को 42 और लोगों की मौत हो गई तथा कई मकान ढह गए। कई लोग अब भी मलबे में फंसे हुए हैं। इसके साथ ही वर्षाजनित घटनाओं में अब तक मरने वालों की संख्या 47 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के बीच कई घंटे के संघर्ष के बाद मंगलवार शाम नैनीताल से संपर्क बहाल कर दिया गया।
कुमाऊं क्षेत्र में 42 और लोगों की मौत के साथ ही आपदा के कारण मरने वालों की संख्या 47 हो गई है क्योंकि 5 लोगों की मौत सोमवार को हुई थी। डीआईजी निलेश आनंद भारने ने बताया कि कुमाऊं क्षेत्र में मरने वालों की संख्या 40 से अधिक हो गई है।
अधिकारी ने बताया कि इन 42 मौतों में से 28 लोग नैनीताल जिले में मारे गए, 6-6 लोगों की मौत अल्मोड़ा एवं चंपावत जिलों में, एक-एक व्यक्ति की मौत पिथौरागढ़ और उधम सिंह नगर जिले में हुई है। मुख्यमंत्री धामी ने वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और प्रभावित लोगों से बातचीत किया ताकि क्षति का आकलन किया जा सके।
उन्होंने अपने घरों को खोने वालों के लिए 1,09,000 रुपये और मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की है।धामी ने राज्य में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण अपने पशुओं को खोने वालों को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी भारी बारिश से पैदा हुए हालात का जायजा लेने के लिए आज राज्य का दौरा करने वाले हैं। सूत्रों से मिली के अनुसार समीक्षा बैठक करेंगे और हवाई सर्वेक्षण भी करेंगे।