मुंबई, 10 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली पुलिस ने बिना अनुमति रैली करने के आरोप में विश्व हिंदू परिषद (VHP) सहित कई हिंदू संगठनों के खिलाफ FIR दर्ज की है। इस रैली में 9 अक्टूबर को भड़काऊ बयान दिए गए थे। VHP ने केस दर्ज होने को हास्यासद बताया। VHP प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि पुलिस कह रही है कि रैली में भड़काऊ बयान दिए गए हैं, जबकि पुलिस मौके पर ही मौजूद थी। पुलिस ने रैली की अनुमति नहीं लेने पर IPC की धारा 188 के तहत आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस के दावे को खारिज करते हुए विनोद बंसल ने कहा कि रैली में हजारों लोग थे। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस मौके पर मौजूद थी। बंसल ने आगे कहा कि अनुमति तो छोड़िए, हमने तो पुलिस अधिकारियों के सुझाव और सिफारिश से रैली की जगह को चुना था। आपको बता दे, VHP की यह रैली मनीष नाम के युवक के विरोध में आयोजित की गई थी। सुंदर नगरी इलाके में 2 अक्टूबर को 25 साल मनीष की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शक के आधार पर आलम, बिलाल और फैजान को गिरफ्तार किया। इस घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया था।
दिल्ली के दिलशाद गार्डन में VHP की विराट हिंदू महासभा आयोजित की गई थी। मंच से संत योगेश्वर आचार्य ने समुदाय विशेष के लोगों को चुन-चुनकर मारने के लिए कहा था। मंच से ही एक और संत नवल किशोर ने हिंदुओ से बंदूक उठाने की अपील की थी। रैली में मौजूद BJP सांसद प्रवेश वर्मा ने भी समुदाय विशेष के बहिष्कार के नारे लगवाए थे। सांसद ने कहा कि हम उनकी दुकानों से कुछ नहीं खरीदेंगे, हम उन्हें रोजगार नहीं देंगे। तो वही विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि रैली में भड़काऊ बयान नहीं दिए गए, बल्कि यह जनता का आक्रोश था। सभी लोगों ने गुस्सा जाहिर किया। जिहादियों ने चुन-चुनकर हिंदुओं को मारा है। दिल्ली में इस तरह की घटनाएं बढ़ीं हैं। अगर हिंदुओं की हत्याएं नहीं रुकीं तो हिंदू समाज चुप नहीं बैठेगा।
जगदगुरु योगेश्वर आचार्य ने लोगों को उकसाते हुए रैली में कहा कि ये हमें गिन-गिनकर टारगेट करेंगे। चुन-चुनकर मारेंगे, इसलिए आपसे अनुरोध है कि जहां भी देखो अगर ऐसे नीच हमारे मंदिरों को, हमारे मठों को, हमारे हिंदू परिवार के भाइयों-बहनों को कहीं भी उंगली दिखाएं तो उनकी उंगली मत काटो, उनका हाथ काट दो। अगर जरूरत पड़े तो उनका गला काटने से भी पीछे मत हटो। क्या होगा, एक को फांसी होगी।