मुंबई, 15 नवंबर (न्यूज हेल्पलाइन) विशेष PMLA अदालत ने आज की सुनवाई के बाद कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। ज्ञात हो कि विगत 12 नवंबर को PMLA कोर्ट ने अनिल देशमुख को 3 दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत में भेजा था। 1 नवंबर को अनिल देशमुख की गिरफ़्तारी के बाद कोर्ट ने 6 और 12 नवंबर के बाद आज तीसरी बार उनकी हिरासत की अवधि बढ़ाई है। हालांकि 12 नवंबर के विपरीत इस बार अनिल देशमुख को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। विगत 12 नवंबर को 3 दिन की ED कस्टडी दी गई थी।
अनिल देशमुख को आज इसलिए 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया, क्योंकि इस हाई प्रोफाइल कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार और न्यायिक हिरासत में चल रहे अन्य आरोपी सचिन वाजे के साथ संयुक्त पूछताछ की जा सके। साथ ही इस मामले में एक अन्य पक्ष पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह, जो कि फरार चल रहे हैं की भी तलाश की जा रही है। स्पेशल PMLA कोर्ट ने जांच एजेंसी की इन सभी दलीलों को मानते हुए महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
ज्ञात हो कि इस हाई प्रोफाइल कथित 100 करोड़ रुपए मनी लॉन्ड्रिंग मामले की शुरुआत तब हुई थी जब इसी साल के फरवरी में रिलायंस समूह के मालिक मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास जिलेटिन की छड़ों से लदी कार मिली थी। एंटीलिया मामले की जांच के क्रम में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलिजेंट यूनिट (सीआईयू) के प्रमुख एपीआई सचिन वाजे को गिरफ्तार किया था।
सचिन वाजे ने पूछताछ में बताया कि अजित पवार सहित कुछ नेताओं ने गुटखा व्यापारियों से हर महीने 2-2 करोड़ रुपए वसूल करने की मांग की है। इस प्रकरण में मुंबई पुलिस के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ वसूली करने की मांग का आरोप लगाया था। ED इसके बाद से ही इस मामले में छानबीन कर रही है। इस मामले में सीबीआई भी साथ में कार्रवाई कर रही है।