मुरादाबाद, 10 नवंबर (न्यूज हेल्पलाइन) कल रात उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में हुई तीन डेंगू पेशेंट की मौत का मामला अब विवादित होता जा रहा है। मुरादाबाद के ब्राइट स्टार अस्पताल में दम तोड़ने वाले डेंगू के 3 मरीजों के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
इस् बारे में बात करते हुए मुरादाबाद के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. एमसी गर्ग ने कहा कि उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी इस पूरे मामले का ऑडिट करेंगे। कुल मिलाकर डेंगू के 3 मरीजों की मौत अस्वाभाविक है, लेकिन जांच जारी है। मैं सभी से अपील करता हूं कि लक्षण दिखते ही इलाज कराएं।
वहीं ब्राइट स्टार अस्पताल में डेंगू से हुई मौत पर सफाई देते हुए ब्राइट स्टार हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. सीपी सिंह ने कहा कि सोमवार को फिर ब्राइट स्टार में तीनों मरीज डेंगू शॉक सिंड्रोम से पीड़ित थे। इंद्रपाल और उस्मान को वेंटिलेटर पर रखा गया था। दोनों में बीपी और पल्स डाउन थे। इंद्रपाल की किडनी और लीवर खराब हो गया था। दिल भी कमजोर था। दिमाग में सूजन भी थी। उस्मान के प्लेटलेट्स कम थे। मिनी दूसरे अस्पताल से रेफर को होकर आई थी। बीपी और पल्स जैसा कुछ नहीं था। ब्लड पीएच 6.9 था। इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई।
दूसरी तरफ ब्राइट स्टार अस्पताल के सीओओ मुकेश कुमार ने इस बारे में बयान दिया किडेंगू के 2 गंभीर मरीज भर्ती हुए, नाड़ी दर या बीपी नहीं; ऐसी स्थितियों में जीवित रहने की दर कम हो जाती है। रोजाना 5-6 गंभीर मामले आते हैं।
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में विगत कुछ महीनों से में डेंगू से पीड़ित होने वाले मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा होते जा रहा है, या यूं कह सकते हैं कि डेंगू, मलेरिया आदि ने कहर बरपा रखा है। जिले में हर दिन डेंगू के मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है डेंगू आशंकित मरीज़ों की लगभग 900 के आंकड़े को पार कर चुकी है। कल रात मुरादाबाद के ब्राइट स्टार अस्पताल में एक घंटे के अंदर तीन मरीजों की मौत हो गई थी। इस मामले में मृतकों के परिजन लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। ज्ञात हो कि कोरोना संकरण के दौरान भी इस निजी अस्पताल पर ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत का आरोप लग चुका है।