मुंबई, 31 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राष्ट्रपति भवन में हुए रक्षा अलंकरण समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने वीरता पुरस्कार प्रदान किए। इस दौरान परम विशिष्ट सेवा मैडल, अति विशिष्ट सेवा मैडल और शौर्य चक्र प्रदान किए गए। राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के पुलिस कांस्टेबल अल्ताफ हुसैन भट को कीर्ति चक्र (मरणोपरांत ) से सम्मानित किया। सेना और अन्य सशस्त्र बलों के अधिकारियों के अलावा केवल भट को ही इस वीरता पुरस्कार से नवाजा गया। SPO शाहबाज अहमद को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने नई दिल्ली में हुए रक्षा अलंकरण समारोह में 'शौर्य चक्र' (मरणोपरांत) से सम्मानित किया। यह पुरस्कार उनके पिता अब्दुल अजीज ने ग्रहण किया। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने 2020 में एक उड़ान के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उनकी पत्नी गीतांजलि सिंह और मां उमा सिंह ने ग्रहण किया। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने 8 दिसंबर, 2021 को हेलिकॉप्टर दुर्घटना के दौरान अपनी जान गंवा दी थी, जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत और 13 अन्य लोगों की जान चली गई थी।
राष्ट्रपति ने 118 सीआरपीएफ के कांस्टेबल कुलदीप कुमार उरावन को उनकी वीरता के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र प्रदान किया। उनकी पत्नी बंदना उरवान ने राष्ट्रपति से यह पुरस्कार लिया। सीआरपीएफ के कांस्टेबल विकास कुमार को भी शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी नंदिनी देवी और मां कलेशिया को राष्ट्रपति ने पुरस्कार सौंपा। सीआरपीएफ के कांस्टेबल अजीत सिंह को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी अनिता देवी ने पुरस्कार प्राप्त किया। ओडिशा पुलिस के कमांडो देबासीस सिथे और सुधीर कुमार टुडू को शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया। देबासीस के माता-पिता छायी और सनातन सिथे और सुधीर कुमार टुडू की मां ज्वाला टुडू ने राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त किया।