मुंबई, 7 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली में सामाजिक संगठनों से बातचीत के दौरान राहुल गांधी से UP के हालात पर सवाल किया गया। इस पर राहुल ने जवाब दिया कि कोई भी धर्म उत्तर प्रदेश में हिंसा को बढ़ावा नहीं दे रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी भाषा के चलते धार्मिक नेता नहीं कहे जा सकते। सिर्फ भगवा पहन लेने से कोई धार्मिक नेता नहीं हो जाता। माफी चाहूंगा, लेकिन आदित्यनाथ कोई धार्मिक नेता नहीं, बल्कि सामान्य से ठग हैं। भाजपा उत्तर प्रदेश में अधर्म फैला रही है। कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में हो रही इस मीटिंग में स्वराज इंडिया के चीफ योगेंद्र यादव भी मौजूद थे। उन्होंने आगे कहा, उत्तर प्रदेश में धर्म की आंधी नहीं है। मैंने इस्लाम पढ़ा, ईसाई धर्म पढ़ा, बौद्ध धर्म पढ़ा, हिंदू धर्म जानता हूं। कोई भी धर्म नफरत फैलाने को नहीं कहता है। जैसे ही कोई तपस्या करना बंद कर देता है, वह भ्रम की स्थिति में चला जाता है। कांग्रेस तपस्वियों की पार्टी है, भाजपा और संघ इसके उलट चलती हैं। भारत जोड़ो यात्रा पहला और छोटा कदम है। आगे हम ऐसी और भी कोशिशें करेंगे।
इसके जवाब में त्रिपुरा में एक जनसभा में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आस्था से खिलवाड़ किया। कांग्रेस राम और कृष्ण के अस्तित्व को भी नकारती रही है। जब योगी से पूछा गया कि क्या भारत जोड़ो यात्रा से राहुल के व्यक्तित्व को कोई फायदा होगा। उन्होंने कहा, अगर राहुल गांधी अपनी निगेटिविटी को कम कर दें तो कांग्रेस को फायदा होगा। नकारात्मकता ही उनकी सारी उपलब्धियों पर पानी फेर देती है। दरअसल, योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले कई टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया था। इसमें योगी आदित्यनाथ ने कहा था, विपक्ष में राहुल गांधी जैसे नेता भाजपा का काम आसान बना रहे हैं। वो वाकई भाजपा के लिए अनुकूल माहौल तैयार कर रहे हैं। कांग्रेस 1947 से देश को जाति धर्म के नाम पर बांट रही है।