मुंबई, 29 नवम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। चीन में एक तरफ कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ लोग जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। ये प्रदर्शन 25 नवंबर को शिंजियांग के एक अपार्टमेंट में लगी आग के बाद उग्र हो गए थे। दरअसल, जीरो कोविड पॉलिसी के तहत लगाए गए लॉकडाउन के चलते दमकलकर्मी वक्त रहते आग बुझाने यहां नहीं पहुंच पाए। इससे 10 लोगों की मौत हो गई थी। जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ चीन में चल रहे प्रदर्शन अब दम तोड़ने लगे हैं। सरकार इतनी सख्त हो गई है कि प्रदर्शनकारियों को घर से बाहर तक नहीं निकलने दे रही है। कई शहरों में भारी पुलिस बल मौजूद है जिसके चलते लोग इकट्ठा नहीं हो पा रहे हैं। पुलिस तुरंत भीड़ को खदेड़ रही है। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक लोगों से सवाल किए जा रहे हैं और उनके फोन की तलाशी ली जा रही है। पुलिस ने सभी बड़े शहरों की उन जगहों की पैट्रोलिंग करनी शुरू कर दी जहां भीड़ जुटने वाली थी।
प्रदर्शनकारी कहां जुटने वाले हैं इसकी जानकारी पुलिस लगातार टेलीग्राम और दूसरे सोशल मीडिया एप से ले रही है। प्रदर्शन के मरने की शुरूआत सोमवार को ही हो गई थी। जब बीजिंग में अफसरों ने उन सभी जगहों को घेर लिया था जहां प्रदर्शनकारियों के मिलने की संभानवा थी। शांघाई में प्रोटेस्ट के रूट को बड़े-बड़े बैरियर्स लगाकर रोक दिया गया था। बीबीसी ने एक सोशल मीडिया पर वायरल एक खबर को वैरिफाई करवाया है। जिसमें पुष्टि हुई की हांगझोऊ इलाके में एक प्रदर्शन को पुलिस ने तुरंत रोक दिया औऱ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
चीन मेंं प्रदर्शन धीमा पड़ने के पीछे लगातार बढ़ती हुई ठंड और गिरता हुआ पारा भी है। कड़कड़ाती ठंड के कारण शांघाई और नानजिंग में प्रदर्शन टालने पड़े हैं। प्रदर्शनों के कम होने की वजह कोविड नियमों में दी गई छूट भी है। लोगों के गुस्से को शांत करने के लिए प्रशासन ने थोड़ी ढील देने की घोषणा की है। हालांकि न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक सरकार की सारे नियम वापिस लेने की कोई मंशा नहीं है। तो वही बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में प्रदर्शनों पर को दबाने के बाद अब पुलिस प्रदर्शनकारियों को ढूंढ रही है। उनसे सवाल किए जा रहे हैं। बीजिंग के लोगों का कहना है कि पुलिस उनसे जानकारी मांग रही है कि वो प्रदर्शन के वक्त कहां थे। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि प्रदर्शनों में शामिल हुए लोगों की जानकारी पुलिस के पास कैसे पहुंची।