नई दिल्ली, 22 मई - दिल्ली में 18-44 वर्ष की आयु के बीच के लोगों का टीकाकरण शनिवार से रोक दिया गया है।युवाओं के लिए दिल्ली सरकार के पास टिके नहीं बचे है इसी को देखते हुए युवाओं को टिकाकरण देने वाले सभी केंद्र शनिवार से अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं और तब तक बंद रहेंगे जब तक कि दिल्ली सरकार को केंद्र से टीकों की और आपूर्ति नहीं की जाती।
शनिवार को हुई प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए , दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने केंद्र को लिखे पत्र में 18-44 वर्ष की आयु के लोगों के लिए टीके उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।
केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली को मई में 18-44 आयु वर्ग के लिए टीकों की 16 लाख खुराक उपलब्ध कराई गई है जबकि दिल्ली को प्रति माह लगभग 80 लाख टीकों की जरूरत है।" उन्होंने बताया कि जून महीने के लिए दिल्ली को टीकों की केवल 8 लाख खुराकें मिलेंगी। केजरीवाल ने कहा "केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली सरकार को लिखे पत्र में यह जानकारी दी है कि हमें जून में केवल 8 लाख टीके दिए जाएंगे। यदि टीकाकरण अभियान इस गति से आगे बढ़ता है, तो राजधानी में सभी लोगों को टीका लगाने में तीन साल से अधिक समय लगेगा।”
"जब हमने 18-44 के बीच युवाओं को टीका लगाना शुरू किया, तो यह कार्यक्रम लगभग 99 स्कूलों में, 368 साइटों पर चल रहा था। कोवैक्सिन की आपूर्ति पहले ही समाप्त हो चुकी थी और कोविशील्ड की आपूर्ति भी समाप्त होने वाली थी। इसलिए, आज की स्थिति में, 18-44 के बीच वाले लोग केवल 46 स्कूलों में टीकाकरण किया जा रहा है।” आम आदमी पार्टी नेता व कालका जी से विधायक आतिशी ने शुक्रवार शाम मीडियाकर्मियों को बताया था।
बहरहाल, राजधानी में 499 स्थानों में 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए 661 टीकाकरण केंद्र फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के साथ चालू रहेंगे। बता दे इस आयु वर्ग के लिए कोवैक्सिन स्टॉक एक दिन से भी कम समय तक चलने की संभावना है और कोविशील्ड स्टॉक आठ दिनों के लिए पर्याप्त है।