ताजा खबर
क्या पाकिस्तान का ‘मुरीदके एयरबेस’ भी था भारत के निशाने पर? सैटेलाइट तस्वीरों से हुआ खुलासा   ||    ट्रंप प्रशासन ने स्टूडेंट वीजा के इंटरव्यू पर क्यों लगाई रोक? विदेशी छात्रों के लिए पढ़ाई करना हुआ म...   ||    ‘पुतिन आग से खेल रहे हैं…’, रूस-यूक्रेन वाॅर को लेकर भड़के ट्रंप की चेतावनी   ||    ‘मुहाजिरों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाइए…’, पाकिस्तानी नेता ने पीएम मोदी से किया अनुरोध   ||    ‘पुतिन आग से खेल रहे हैं…’, रूस-यूक्रेन वाॅर को लेकर भड़के ट्रंप की चेतावनी   ||    क्या है FATF? जिसकी ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान को फिर से शामिल कराना चाहता है भारत   ||    एलन मस्क के सबसे ताकतवर रॉकेट स्‍टारशिप की 9वीं टेस्‍ट फ्लाइट सफलतापूर्वक लॉन्‍च, चंद मिनटों बाद हुई...   ||    चेन्नई के थीम पार्क में जाॅय राइड फंसी, 3 घंटे तक हवा में फंसे रहे 30 लोग   ||    Weather 28 May 2025: मुंबई में मानसून का कहर जारी, आज भारी बारिश की संभावना; पढ़ें अपडेट्स   ||    LIVE आज की ताजा खबर, हिंदी न्यूज Aaj Ki Taaza Khabar, 28 मई 2025: संजय झा की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमं...   ||    LIVE Covid Updates: बिहार में पीएम के दौरे को लेकर अलर्ट, 100 मीटर के दायरे में रहने वालों की होगी क...   ||    Eid-Ul-Adha 2025: क्या है ईद-उल-अजहा का इतिहास, कैसे शुरू हुई कुर्बानी? भारत में कब मनाई जाएगी   ||    क्या है कावेरी इंजन? जिसका रूस में चल रहा परीक्षण, तेजस जैसे फाइटर जेट को मिलेगी शक्ति   ||    Fact Check: क्या कर्नल सोफिया कुरैशी ने वैभव सूर्यवंशी के साथ खिंचवाई फोटो? जानें दावे की सच्चाई   ||    28 मई का इतिहास: जानिए इस दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाएं, जन्म और पुण्यतिथि   ||    Budh Gochar: वाणी-व्यापार के स्वामी ने किया नक्षत्र परिवर्तन, बढ़ेगा इन 3 राशियों का जलवा   ||    IPL 2025: RCB ने वो कर दिखाया जो कोई नहीं कर सका, बना दिया धांसू रिकॉर्ड   ||    IPL 2025: फाइनल के लिए अब इस टीम से भिडे़गी RCB, तय हो गया प्लेऑफ का शेड्यूल   ||    IPL 2025: विराट कोहली ने रच दिया इतिहास, ऐसा करने वाले बने पहले बल्लेबाज   ||    ITR Filing Deadline: इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल की लास्ट डेट कब? जानें जुर्माना समेत बाकी डिटेल्स   ||    +++ 
क्या पाकिस्तान का ‘मुरीदके एयरबेस’ भी था भारत के निशाने पर? सैटेलाइट तस्वीरों से हुआ खुलासा   ||    ट्रंप प्रशासन ने स्टूडेंट वीजा के इंटरव्यू पर क्यों लगाई रोक? विदेशी छात्रों के लिए पढ़ाई करना हुआ म...   ||    ‘पुतिन आग से खेल रहे हैं…’, रूस-यूक्रेन वाॅर को लेकर भड़के ट्रंप की चेतावनी   ||    ‘मुहाजिरों के उत्पीड़न का मुद्दा उठाइए…’, पाकिस्तानी नेता ने पीएम मोदी से किया अनुरोध   ||    ‘पुतिन आग से खेल रहे हैं…’, रूस-यूक्रेन वाॅर को लेकर भड़के ट्रंप की चेतावनी   ||    क्या है FATF? जिसकी ग्रे लिस्ट में पाकिस्तान को फिर से शामिल कराना चाहता है भारत   ||    एलन मस्क के सबसे ताकतवर रॉकेट स्‍टारशिप की 9वीं टेस्‍ट फ्लाइट सफलतापूर्वक लॉन्‍च, चंद मिनटों बाद हुई...   ||    चेन्नई के थीम पार्क में जाॅय राइड फंसी, 3 घंटे तक हवा में फंसे रहे 30 लोग   ||    Weather 28 May 2025: मुंबई में मानसून का कहर जारी, आज भारी बारिश की संभावना; पढ़ें अपडेट्स   ||    LIVE आज की ताजा खबर, हिंदी न्यूज Aaj Ki Taaza Khabar, 28 मई 2025: संजय झा की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमं...   ||    LIVE Covid Updates: बिहार में पीएम के दौरे को लेकर अलर्ट, 100 मीटर के दायरे में रहने वालों की होगी क...   ||    Eid-Ul-Adha 2025: क्या है ईद-उल-अजहा का इतिहास, कैसे शुरू हुई कुर्बानी? भारत में कब मनाई जाएगी   ||    क्या है कावेरी इंजन? जिसका रूस में चल रहा परीक्षण, तेजस जैसे फाइटर जेट को मिलेगी शक्ति   ||    Fact Check: क्या कर्नल सोफिया कुरैशी ने वैभव सूर्यवंशी के साथ खिंचवाई फोटो? जानें दावे की सच्चाई   ||    28 मई का इतिहास: जानिए इस दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाएं, जन्म और पुण्यतिथि   ||    Budh Gochar: वाणी-व्यापार के स्वामी ने किया नक्षत्र परिवर्तन, बढ़ेगा इन 3 राशियों का जलवा   ||    IPL 2025: RCB ने वो कर दिखाया जो कोई नहीं कर सका, बना दिया धांसू रिकॉर्ड   ||    IPL 2025: फाइनल के लिए अब इस टीम से भिडे़गी RCB, तय हो गया प्लेऑफ का शेड्यूल   ||    IPL 2025: विराट कोहली ने रच दिया इतिहास, ऐसा करने वाले बने पहले बल्लेबाज   ||    ITR Filing Deadline: इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल की लास्ट डेट कब? जानें जुर्माना समेत बाकी डिटेल्स   ||    +++ 

Malmas 2023: 18 जुलाई से शुरू है मलमास; सभी शुभ कार्य रहेंगे वर्जित, इस दौरान जरूर करें ये काम

Photo Source :

Posted On:Monday, July 17, 2023

सावन का महीना, जिसे श्रावण के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू कैलेंडर में बहुत महत्व रखता है। यह भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र और शुभ महीना माना जाता है। सावन अधिक मास, या सावन का अतिरिक्त महीना, एक दुर्लभ घटना है जो हिंदू चंद्र कैलेंडर में हर तीन साल में लगभग एक बार होती है। 2023 में, सावन अधिक मास 18 जुलाई से शुरू होने वाला है।हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, अधिक मास एक अंतरालीय महीना है जिसे चंद्र कैलेंडर में सौर कैलेंडर के साथ संरेखित करने के लिए जोड़ा जाता है।

यह अतिरिक्त महीना चंद्र और सौर वर्ष के बीच समय के अंतर को संतुलित करने के लिए डाला जाता है। अधिक मास का सटीक समय और अवधि अलग-अलग हो सकती है, लेकिन यह आम तौर पर लगभग 29 या 30 दिनों तक रहता है।सावन अधिक मास भगवान शिव के भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है। ऐसा माना जाता है कि यह महीना आध्यात्मिक अभ्यास करने, व्रत रखने और भक्ति के कार्यों में शामिल होने के लिए विशेष रूप से अनुकूल है। भगवान शिव का आशीर्वाद पाने और आध्यात्मिक योग्यता प्राप्त करने के लिए भक्त अक्सर इस अवधि के दौरान कठोर व्रत और अनुष्ठान करते हैं।

सावन अधिक मास के दौरान, कई भक्त कांवर यात्रा की प्रथा का पालन करते हैं। कांवर यात्रा एक तीर्थयात्रा है जहां भक्त गंगा नदी या अन्य पवित्र जल निकायों से पवित्र जल से भरे सजावटी घड़े ले जाते हैं। वे विभिन्न शिव मंदिरों तक पैदल यात्रा करते हैं, शिवलिंग पर पवित्र जल डालते हैं और प्रार्थना करते हैं। कांवरिया, जैसा कि तीर्थयात्रियों के लिए जाना जाता है, अपनी आस्था और भक्ति के प्रतीक के रूप में इस कठिन यात्रा को करते हैं।

कांवर यात्रा के अलावा, भक्त पूरे महीने विभिन्न अन्य धार्मिक गतिविधियों में संलग्न रहते हैं। वे भगवान शिव को समर्पित मंदिरों में जाते हैं, प्रार्थना और मंत्रों का जाप करते हैं, दूध, शहद और अन्य पवित्र पदार्थों से शिवलिंग का अभिषेकम (अनुष्ठान स्नान) करते हैं, और देवता को बिल्व पत्र, फूल और फल चढ़ाते हैं।सावन अधिक मास के दौरान कई लोग व्रत भी रखते हैं। विशेष रूप से सोमवार का बहुत महत्व है क्योंकि इन्हें भगवान शिव की पूजा के लिए सप्ताह का सबसे शुभ दिन माना जाता है। भक्त कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचते हैं और भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए प्रार्थना और ध्यान में लगे रहते हैं।

सावन अधिक मास का महत्व धार्मिक अनुष्ठानों से कहीं अधिक है। यह एक ऐसा समय है जब समुदाय जश्न मनाने और विभिन्न सांस्कृतिक उत्सवों में भाग लेने के लिए एक साथ आते हैं। इस शुभ महीने के दौरान भक्त अक्सर संगीत और नृत्य प्रदर्शन, आध्यात्मिक प्रवचन और सामाजिक समारोहों का आयोजन करते हैं।18 जुलाई, 2023 को सावन अधिक मास की शुरुआत, दुनिया भर में लाखों हिंदुओं के लिए बढ़ती आध्यात्मिकता और भक्ति की अवधि की शुरुआत करती है।

यह भक्तों को भगवान शिव के साथ अपने संबंध को गहरा करने, आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने और अपने विश्वास को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
जैसे ही यह पवित्र महीना शुरू होगा, भक्त अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर निकल पड़ेंगे, धर्मपरायणता के कार्यों में संलग्न होंगे और आजीवन यादें बनाएंगे। माना जाता है कि सावन अधिक मास से जुड़ी दिव्य ऊर्जाएं और दैवीय आशीर्वाद प्रचुर मात्रा में होते हैं, जिससे यह हिंदू आस्था में बहुत महत्वपूर्ण समय बन जाता है।


बीकानेर, देश और दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. bikanervocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.