*पुल से गिरी महिला, अस्पताल में भर्ती*
बीकानेर, 24 दिसम्बर। शहर के चौखुंटी पुल से एक महिला नीचे गिर गई। जिसे सेटेलाइट अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने आगे रेफर कर दिया। बताया जा रहा है कि घायल महिला चूना भट्टा की रहने वाली है। जो कि घर से लड़-झगड़कर निकली थी। उसके बाद चौखूंटी पुल की सीढिय़ों से नीचे कूद गई। जिससे महिला का एक पैर फैक्चर हो गया तथा मुंह के जबड़े में चोटें आई है। खबर लिखे जाने तक पुलिस के पास सूचना नहीं थी।
*कुचीलपुरा क्षेत्र में फायरिंग करने का एक और आरोपी चढ़ा पुलिस के हत्थे*
बीते दिनों कुचीलपुरा क्षेत्र में फायरिंग के मामले में पुलिस ने 3 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई सदर पुलिस ने की है। पुलिस ने दो आरेापियों से पुछताछ से मिले तथ्य के आधार पर सह आरोपी ताहिर मालावत को गिरफ्तार किया है। जिससे फायरिंग को लेकर पुछताछ जारी है। ताहिर भी दो अन्य आरोपियों की तरह आदतन अपराधी है और पूर्व में इसके खिलाफ भी कई प्रकरण दर्ज है। बता दे कि 18 दिसम्बर को परिवादी ने मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया था कि वह 17 दिसम्बर को खाना खाकर घर जा रहा था। इसी दौरान ताहिर से उसकी बोलचाल हो गयी और उसने 4-5 युवकों को बुला लिया। जिसके बाद इरफान उर्फ मोडिया ने फायर किए जो कि परिवादी को न लगकर पीछे से जा रहे अरूण मोदी को लगा। जिसका इलाज चल रहा है।
*रात के समय में घर में घुसकर किया दुष्कर्म,जांच में जुटी पुलिस*
घर में घुसकर जबरदस्ती विवाहिता के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। इस सम्बंध में छतरगढ़ थाने में पीडि़ता ने राजासर भाटियान निवासी देवेन्द्र जाट के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। घटना कल रात की बतायी जा रही है। इस सम्बंध में पीडि़ता ने बताया कि आरोपी जबरदस्ती कल रात को घर में घुस गया और अभद्रता करने लगा। इस दौरान पीडि़ता ने बताया कि रोकने का प्रयास किया तो आरोपी ने उसके जबरदस्ती दुष्कर्म किया। पीडि़ता की रिपोर्ट के आधार पर धारा 376 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच थानाधिकारी जय कुमार भादू को सौंपी है।
*आर्शीवाद नर्सिग होम पर इलाज में लापरवाही के आरोप,गर्भवती महिला के ऑपरेशन में पेट की आंतो को किया डेमेज*
इलाज में लापरवाही के चलते गर्भवती महिला की पेट की आंते डेमेज कर देने का मामला सामने आया है। इस सम्बंध में न्यायालय ने नयाशहर पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए है। इस सम्बंध में परिवादी राजेश बागड़ी ने सुनवाई नहीं होने पर न्यायालय की शरण ली। परिवादी की तरफ से अधिवक्ता हनुमान सिंह पडि़हार ने पैरवी की। जिस पर न्यायालय ने पुलिस को धारा 336,337,338 के तहत मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए है। परिवादी की और से बताया गया है कि उसकी पत्नी गर्भवती थी। इसी दौरान परिवादी ने आर्शीवाद नर्सिग होम में 26 मई को दिखाया।
जहां पर डॉ मिनाक्षी गोम्बर ने परिवादी को बताया कि 21 अगस्त को डिलीवरी होनी है। जिसके बाद परिवादी ने कई बार चैकअप करवाया तो मिनाक्षी ने बताया कि गर्भवती महिला स्वस्थ है। जिसके बाद 12 अगस्त को डॉक्टर ने बताया कि उसकी कल ही सिजेरियन डिलीवरी करवानी पड़ेगी अन्यथा गर्भवती और बच्चे दोनो को खतरा हो सकता है। परिवादी द्वारा गोम्बर को कहा गया कि आपने तो दस दिन के बाद की तारीख बतायी थी। जिस पर डॉक्टर नाराज हो गयी। जिस पर परिवादी हक्का-बक्का हो गया और पैसे की व्यवस्था कर डिलीवरी करवायी। 13 अगस्त को डिलीवरी के बाद महिला को पुत्र हुआ और जैसे-जैसे एनसथिसिया का असर खत्म हुआ तो महिला को पेट में भंयकर दर्द होना शुरू हो गया।
इस पर परिवादी ने डॉ. गोम्बर को बुलाया लेकिन डॉ. ने गंभीरता से नहीं लिया। जिसके बाद महिला की सांसे उखडऩे लगी। ऐसी स्थिति में डॉ. ने महिला को कोरोना बताकर पीबीएम रैफर कर दिया। पीबीएम जांच करवाने पर कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव आयी और स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ तो महिला को जयपुर भर्ती करवाया गया। जहां पर महिला की जांचे की गयी तो पता चला कि सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट की आंते डेमेज कर दी गयी है। जिसके कारण पूरे शरीर में गंदा पानी फैल गया। जिस पर पुन: ऑपरेशन किया गया और महिला अब भी बेड रेस्ट पर है। इस पर न्यायालय ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए है।