बीकानेर, 14 सितंबर 2021 हिन्दी दिवस से ठीक एक दिन पहले राज्य के शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सवा तीन सौ उच्च प्राथमिक स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी स्कूल में तब्दील कर दिया है। बीकानेर में ऐसे 26 स्कूल हैं, जिन्हें हिन्दी से अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तित किया जाएगा। ऐसे में वहां हिन्दी माध्यम में बढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए समस्या खड़ी कर दी। अब इन स्टूडेंट्स को आसपास के हिन्दी माध्यम के स्कूल में जाना पड़ेगा। 26 में से 16 गर्ल्स स्कूलों को हिन्दी से अंग्रेजी में तब्दील किया गया है।
शिक्षा विभाग ने बीकानेर के सात विधानसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक दस स्कूल लूणकरनसर में हिन्दी से अंग्रेजी में बदले हैं। इसके अलावा नोखा में सात, श्रीडूंगरगढ़ में चार, बीकानेर पूर्व में एक, खाजूवाला में दो स्कूलों को हिन्दी से इंग्लिश मीडियम में बदला गया है।
ये स्कूल बदले हैं सरकार ने
शिक्षा विभाग की ओर से राज्य सरकार को भेजे गए प्रस्तावों को राज्य सरकार ने सोमवार को स्वीकृत करते हुए आदेश जारी कर दिए। इसमें बीकानेर के जिन स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में बदला गया, उनमें आधे से ज्यादा बालिका स्कूल है। बीकानेर के खाजूवाला विधानसभा में छत्तरगढ़ के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय, बीकानेर पूर्व में उदयरामसर के शिवप्रताप बजाज उच्च प्राथमिक विद्यालय को, श्रीकोलायत के गाढ़वाला में राजकीय प्राथमिक विद्यालय मेघवालों की ढाणी, लूणकरसर में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय रामसर, राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय सींथल, तेजरासर की राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय तेजरासर, नापासर में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, नौरंगदेसर के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय, शेरेरां में भी राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय, खारी चारणान में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, नोखा में कक्कू के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय, दावां के राजकीय बालिका प्राथमिक विद्यालय, श्रीडूंगरगढ़ के धीरेदेसर चौटियान, बादनूं, के बालिका स्कूल, श्रीडूंगरगढ़ कस्बे में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, कुचौर आधुणी में स्थित प्राथमिक विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी स्कूल में बदला गया है। इसके अलावा नोखा के काकड़ा व जसरासर के बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, मैनसर व रोडा के माध्यमिक विद्यालय, नोखा शहर के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय जोरावरपुरा, लूणकरनसर के महाजन में स्थित राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय,लूणकरनसर के कुम्हारों के मोहल्ले में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय, खाजूवाला के खारा में स्थित प्राथमिक विद्यालय, लूणकरनसर के मूंडसर में स्थित बालिका माध्यमिक विद्यालय को भी अंग्रेजी माध्यम का बना दिया गया है।
हिन्दी माध्यम के स्टूडेंट्स कहां जायेंगे?
जिन स्कूल्स को हिन्दी से अंग्रेजी माध्यम में बदला गया है, उनमें पहले पढ़ने वाले स्टूडेंट़स अगर हिन्दी माध्यम में ही पढ़ना चाहें तो उन्हें दूसरी स्कूल में ही जाना होगा। जिन गांवों में हिन्दी माध्यम का अन्य स्कूल नहीं है, वहां के स्टूडेंट्स के लिए अब समस्या है। ऐसे स्टूडेंट्स को या तो मजबूरी में अंग्रेजी माध्यम पढ़ना होगा या फिर दूसरे गांव में जाना होगा।