बीकानेर, 6 दिसम्बर। भारतीय संविधान के निर्माता, समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर का 63वां महापरिनिर्वान दिवस विभिन्न संस्थाओं और संगठनों ने मनाया। इस मौके पर अंबेडकर सर्किल पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके बताए सिद्धांतों पर चलने का संकल्प लिया गया। इस दौरान प्रार्थना सभा का आयोजन भी किया गया।लोगों ने अपने संबोधन में कहा कि बाबा साहेब के नाम से मशहूर डॉ. अंबेडकर ने छुआछूत और जातिवाद के खात्मे के लिए आंदोलन किए। उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों, दलितों और समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए न्योछावर कर दिया था। विभिन्न दलित संगठनों ने अंबेडकर सर्किल स्थित प्रतिमा स्थल पर सुबह 9 बजे बुद्ध वंदना कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि डॉ अम्बेडकर ने खुद भी उस छुआछूत भेदभाव और जातिवाद का सामना किया, उनकी पुण्यतिथि के मौके पर हम सबको उनके बताये मार्गों का अनुकरण करने की आवश्यकता हैं।