बीकानेर, 15 नबम्बर। राज्य सरकार के तीन साल नजदीक आने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर निशाने साधने शुरू कर दिए हैं। बीकानेर पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने राज्य सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अब कोप भवन से बाहर निकलना चाहिए। उन्होंने गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे सचिन पायलट के अपमान की राजनीति बंद करे उन्हे आपसी खींचतान को छोड़ जनता की भलाई,मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस के जन घोषणा पत्र पर चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के जन घोषणा पत्र को लेकर सभी पार्टियों का गोलमेज सम्मेलन बुलाना चाहिए ताकि उन्होंने जनता से जो वादे किए है वो कहा तक पूरे हुए है। किसानों के सम्पूर्ण कर्जा माफी से लेकर बेरोजगारों को दिए जाने वाले भत्ते के वादे को लेकर हकीकत का पता चल सके। उन्होंने मंत्री बीड़ी कल्ला पर सीधे आरोप लगाया है कि बिजली कंपनी के निजीकरण की भाजपा सरकार की गलती का विरोध करने वाले डॉ. बी.डी. कल्ला आज उसी विभाग के मंत्री हैं। लेकिन कुछ नहीं कर पा रहे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को जिन वादों को ठंडे बस्ते में डालना होता है, उसकी एक कमेटी बनाकर डॉ. कल्ला को उसका संयोजक बना दिया जाता है। डॉ. कल्ला के पास ही ऊर्जा विभाग हैं। वो चाहें तो कंपनी पर कार्रवाई कर सकते हैं, लेकिन कुछ भी करने को तैयार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री को जिन कार्यों को ठंडे बस्ते में डालना होता है, उसे डॉ. कल्ला को सौंप देते हैं। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में संविदाकर्मियों को स्थायी करने का वादा किया था। घोषणा पत्र को सरकारी एजेंडा भी माना गया। इसके बाद भी अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।