बीकानेर, 24 नवम्बर। संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली तथा जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत भारत की पारंपरिक लोक एवं जनजातीय अभिव्यक्तियों का उत्सव 'देशज' मंगलवार को रविंद्र रंगमंच पर प्रारंभ हुआ। तीन दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम के दूसरे दिनराजस्थान के मांड तथा सूफी गायन, कालबेलिया कच्ची घोड़ी और चकरी नृत्य की प्रस्तुतियां दी जाएगी। वहीं जम्मू कश्मीर के गोजरी लोक संगीत, कर्नाटक के सुग्गी कुनिथा, मध्य प्रदेश के बधाई, हरियाणा के फाग तथा गुजरात के गरबा नृत्य की प्रस्तुतियां लोक कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से समां बांध दिया।का कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल द्वारा गाया गया मीरा का भजन पायोजी मैंने राम रतन धन पायो गाकर श्रोताओं की दाद बटोरी। केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि संगीत के माध्यम से देश के विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू होने का अवसर मिलेगा। वहीं अन्य प्रदेशों से आए हुए लोक कलाकार, बीकानेर की कला संस्कृति और यहां की परंपराओं को समझ और जान सकेंगे। तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम के दौरान 15 राज्यों के 372 कलाकार 26 विधाओं में अपनी प्रस्तुतियां देंगे।