बीकानेर, 15 सितंबर 2021 राज्य में ग्रेड थर्ड के 85 हजार टीचर्स ने ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है, इसमें महज कुछ जिलों से ही पचास हजार टीचर्स ट्रांसफर चाहते हैं। इनमें अधिकांश वो जिले हैं, जहां दूरस्थ गांवों के स्कूल्स में टीचर्स पढ़ा रहे हैं। शिक्षा मंत्री गोविन्द डोटासरा ने सभी ट्रांसफर नहीं कर पाने की मजबूरी जताते हुए कहा है कि नियम बनाकर ही ग्रेड थर्ड के ट्रांसफर होंगे। इसके साथ ही डोटासरा ने कहा है कि राज्य के सरकारी स्कूल्स में दस हजार कम्प्यूटर अनुदेशक भर्ती के लिए शिक्षा विभाग ने सिलेबस तैयार कर लिया है।
ग्रेड थर्ड टीचर्स ट्रांसफर होंगे
यहां शाला संबलन एप का लोकार्पण करने के बाद शिक्षा मंत्री ने बताया कि ट्रांसफर के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वाले ग्रेड थर्ड के ट्रांसफर होंगे। शिक्षा मंत्री ने बताया कि ट्रांसफर के लिए रूल बनाये जा रहे हैं और जरूरतमंद ग्रेड थर्ड टीचर्स का ट्रांसफर होगा। राज्यभर में कुल 84 हजार ग्रेड थर्ड टीचर्स ने ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है, इसमें महज आठ जिलों से ही पचास हजार आवेदन है। इनमें अलवर, चूरू, श्रीगंगानगर, दौसा, सीकर, झुंझुनूं, जैसलमेर सहित दूरस्थ गांव वाले जिले शामिल है। यहां से इतने टीचर्स को हटाया नहीं जा सकता।
कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर का सिलेबस तैयार
कम्प्यूटर अनुदेशकों के दस हजार पदों की भर्ती के लिए जल्द ही विज्ञापन जारी होगा। इसके लिए सिलेबस तैयार हो गया है। अब परीक्षा के लिए एजेंसी तय करना ही शेष रहा है। जैसे ही एजेंसी तय होगी, वैसे ही सिलेबस भी जारी हो जायेगा। डोटासरा ने बताया कि आने वाले दिनों में करीब 19 हजार पदों पर लेक्चरर व अन्य की भर्ती होगी। शिक्षा विभाग फिलहाल करीब साठ हजार पदों पर भर्ती की तैयारी कर रहा है।
भर्ती के लिए अदालती मामले हटाये
डोटासरा ने दावा किया कि राज्य में भर्ती के लिए अदालती मामलों को वापस लिया जा रहा है। सरकार ने सकारात्मक रुख रखते हुए वर्ष 2016 से 2018 तक के अधिकांश केस वापस ले लिए गए हैं कि सुप्रीम कोर्ट तक के केस भी वापस लिए गए हैं।
एप से हर स्कूल पर नजर
राज्य के हर सरकारी स्कूल पर निगरानी रखने के लिए शाला संबलन एप का लोकार्पण किया गया है। इस एप के माध्यम से प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों का रिकार्ड रखा जायेगा। शिक्षा विभाग के अधिकारी जब भी स्कूल का निरीक्षण करेंगे तब इसी एप पर स्कूल की डिटेल अपडेट करेंगे। इससे विभाग को ध्यान में रहेगा कि किस स्कूल की क्या स्थिति है। ऐसे में हर स्कूल के क्लास रूम तक की रिपोर्ट विभाग के पास रहेगी।