बीकानेर, 18 नवम्बर। नागरिक संयोजक संघर्ष समिति के बैनर तले आज जिला कलक्टर नमित मेहता का पुतला फूंका गया। समिति के नरेन्द्र सिंह राजपुरोहित ने बताया कि जिले में भ्रष्टाचार व भूमाफियों की बढ़ती प्रवृति और गरीब लोगों का काम नहीं होने के कारण जिला कलक्टर को पुतला फूंका गया। उन्होंने बताया कि कलक्टर पिछले काफी समय से अपनी तानाशाही रवैये के कारण गरीबों के साथ इंसाफ नहीं कर रहे है। जिसका नतीजा यह है कि तीन महिलाएं कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठी हैं, जिसमें एक महिला नौ माह से, एक 37 दिनों से व एक 40 दिनों से आमरण अनशन पर बैठी हैं। इसके अलावा मोडाराम मेघवाल पिछले 8 माह से धरने पर बैठा है, देशनोक के बद्री जिनकी उम्र 93 वर्ष है वे अपनी मांग को लेकर इधर-उधर भटक रहे हैं, परंतु कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
नरेन्द्र सिंह राजपुरोहित ने बताया कि हमारी इनसे यह ही मांग है कि ये भूमाफिया, शराब तस्कारों का साथ न देकर आम जनता की मांगों को सुनें तथा उनकी समस्याओं का निवारण करें। साथ ही उन्होंने कहा कि नगर निगम, यूआईटी व पीबीएम में फैले भष्टाचार को रोका जाए। उन्होंने कहा कि हमारी लिखित शिकायत के बाद भी यहां के सीएमएचओ डॉ. ओ.पी. चाहर ने नकली मावे पर कार्रवाई नहीं की जो कि भ्रष्टाचार का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
नरेन्द्र सिंह राजपुरोहित ने कहा कि हमारी राजस्थान सरकार से मांग है कि समय रहते कलक्टर को यहां से हटाया जाए, वरना मजबूर होकर हमें बीकानेर बंद करने का आह्वान करना पड़ेगा। जिसका जिम्मेदार राजस्थान सरकार व यहां का प्रशासन का होगा।
उन्होंने कहा कि कलक्टर अपना तानाशाही रवैया छोड़कर लोकतंत्र में लोक सेवक की भूमिका में रहकर काम करें। यहां महाराजा गंगासिंह बनकर काम करने की कोई जरूरत नहीं है।
प्रदर्शन करने आए लोगों की पुलिस ने टैक्सी की जब्त
जिला कलक्टर के खिलाफ प्रदर्शन करने आए लोगों की टैक्सी को सदर पुलिस जब्त कर थाने ले गई। इस टैक्सी पर लाउडस्पीकर लगा हुआ था। जिसके माध्यम से प्रदर्शनकारी कलक्टर के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।