बीकानेर, 10 दिसम्बर। नीट पीजी काउंसलिंग सहित विभिन्न मांगों को लेकर रेजिडेंट्स डॉक्टर्स की हड़ताल अभी खत्म हुई है कि अब नर्सिंग कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को चेतावनी दे डाली। नर्सिंग छात्र संघ संगठन द्वारा शुक्रवार को अपनी छ: सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया और जिला कलक्टर के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। जिसमें बताया कि अगर उनकी मांगों पर उचित सुनवाई नहीं की तो आगामी दिनों भूख हड़ताल जैसे कदम उठाने पड़ सकते है।
यह है मांगे
– नर्सिंग कर्मचारियों की मांग है कि सरकार पेपर बेस पर नर्सिंग कर्मियों की भर्ती करवाये जो कि पिछले 10 सालों से नहीं हुई।
– इसके अलावा एनएचम बेस पर जो भर्ती करवाई गई है उसको पूरा करें।
– सीएचओ की वैटिंग लिस्ट जारी करें।
– सरकार पूरे प्रदेश में नर्सिंग कर्मियों का न्यूनतम वेतन 20 हजार पर लागू करें जो कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है।
– जिले के अंदर जितने भी क्लिनिक है उसमें ट्रेंड स्टाफ की नियुक्ति करें।
नर्सिंग कर्मचारियों ने बताया कि उनकी मांगों का जल्द व उचित निराकरण नहीं हुआ तो कोरोना काल के चलते राजस्थान के प्रत्येक जिले में धरना-प्रदर्शन व भूख हड़ताल जैसे कदम उठाने के मजबूर होना पड़ेगा और इस दरमियान कोई जनहानि होती है तो उसकी जिम्मेवारी राजस्थान की होगी।