बीकानेर, 6 सितंबर 2021 सब्जी की दुकान पर सब्जी बेचते हुए टोक्यो तक पहुंचे बीकानेर के तीरंदाज श्याम सुंदर का आज यहां बर्दस्त स्वागत किया गया। पैरा ओलंपिक में भारतीय तीरंदाजी टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले श्याम सुंदर स्वामी का सोमवार को बीकानेर में जबर्दस्त स्वागत हुआ श्याम सुंदर पैरा ओलंपिक दूसरे दौर में अमेरिका के सिल्वर मेडल विजेता से संघर्षपूर्ण मैच में हार गए थे। पैराओलंपियन बनकर सोमवार को बीकानेर आए श्याम सुंदर का नगर निगम सहित कई संस्थाओं ने स्वागत किया।
दोपहर में सड़क मार्ग से बीकानेर आए श्याम सुंदर ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पदक नहीं जीत पाने का गम है। बहुत करीबी मुकाबले में पदक मेरे हाथ से निकल गया लेकिन हौंसला अभी बना हुआ है। अगले ओलंपिक में फिर से भारत का प्रतिनिधित्व करने का प्रयास रहेगा। तब भारत की झोली में एक स्वर्ण मैं भी लाना चाहता हूं। स्वामी ने बताया कि भारतीय टीम ने इस बार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। तीरंदाजी में भी भारत ने एक पदक जीता है। इस बार भारत ने जितने पदक जीते हें, उससे अधिक जीतने का दम है। सुथार का कहना है कि भारतीय खिलाड़ियों में काफी दम है, आने वाले ओलंपिक में भारत पदक तालिका में काफी ऊपर होगा। श्याम सुंदर के कोच अनिल जोशी ने बताया कि आने वाले वर्षों में भारतीय तीरंदाजी में बीकानेर की भूमिका सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होने वाली है।
इस मौके पर नगर निगम मेयर सुशीला राजपुरोहित ने कहा कि बीकानेर में खेलों के विकास के लिए निगम कोशिश करेगा। शहर के खेल मैदानों में सामान के साथ ही खेल का माहौल देना होगा। उन्होंने कहा कि बीकानेर के हर खिलाड़ी में श्याम सुंदर बनने की ललक होनी चाहिए।
सब्जी की दुकान चलाता है
दरअसल, श्याम सुंदर बीकानेर में सब्जी बेचने का काम करता था। उसके पिता और भाई भी यहां गजनेर रोड पर आज भी सब्जी की दुकान करते हैं। श्याम सुंदर ने तीरंदाजी खेलते हुए राष्ट्रीय मुकाबलों में स्थान बनाया तो उनके पिता ने अपना खेत बेचकर महंगे तीरंदाजी उपकरण दिलाये। जिससे आज वो पैरा ओलंपिक खेल तक पहुंच सका। आज भी उनके परिवार के समर्पण को याद किया गया।