बीकानेर, 24 अगस्त 2021 राज्य के करीब डेढ़ हजार शिक्षकों को मेरिट के आधार पर इच्छित स्थान भेजने के लिए आयोजित काउंसलिंग में एक बार फिर टीचर्स के साथ धोखा हो गया। राज्य के 33 जिलों में से 16 जिलों में ही काउंसलिंग की जा रही है जबकि सत्रह जिलों को लॉक रखा गया है। ऐसे में सत्रह जिलों से प्रमोट होकर प्रिंसिपल बने टीचर्स को अपना गृह जिला तो दूर संभाग भी नसीब नहीं हो रहा है। आक्राशित प्रिंसिपल्स ने निदेशालय में जमकर नारेबाजी की और शिक्षा मंत्री गोविन्द डोटासरा को ज्ञापन भेजा।
दरअसल, वर्तमान में विभाग ने जयपुर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सहित 17 जिलों में किसी भी नए प्रिंसिपल को पदस्थापित नहीं किया जा रहा है। विभाग का मानना है कि शेष 16 जिलों में पद ज्यादा खाली है, ऐसे में पहले इन पदों को भरा जायेगा। प्रतिबंधित जिले का प्रिंसिपल भी फिलहाल अपने जिले में पोस्टिंग के लिए आग्रह नहीं कर सकता। ऐसे में इन सत्रह जिलों के प्रिंसिपल को अन्य जिलों में जाकर ही काम करना होगा। शिक्ष संगठनों का कहना है कि अभी तो इन पदों को रिक्त रखा गया है, लेकिन अगले प्रमोशन के बाद इन जिलों में प्रिंसिपल लगाया जायेगा। ऐसे में अभी परमेाशन पाने वाले प्रिंसिपल को अपने जिले से बाहर जाना होगा, जबकि बाद में परमोशन पाने वाले प्रिंसिपल को गृह जिला मिल सकता है। ऐसे में अभी परमोशन वाले प्रिंसिपल नुकसान में रहेंगे।
इन जिलों में नहीं हुई पोस्टिंग
राज्य के जिन जिलों में पोस्टिंग नहीं की गई, उनमें बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, सीकर, झुंझुनूं, नागौर, जयपुर, अजमेर, अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर, भरतपुर, कोटा, टोंक, बूंदी व करौली शामिल है। इन जिलों में अभी प्रमोट हुए सभी प्रिंसिपल को दूसरे जिलों में जाना पड़ रहा है। यहां तक कि बीकानेर संभाग के एक भी जिले में पोस्टिंग नहीं की गई। इन प्रिंसिपल को संभाग से ही बाहर जाना पड़ेगा।
काउंसलिंग में हिस्सा नहीं लिया
गृह जिला नहीं मिलने के कारण बड़ी संख्या में प्रिंसिपल ने काउंसलिंग में हिस्सा ही नहीं लिया। ऐसे प्रिंसिपल को अब शेष रहे पदों पर शिक्षा विभाग अपने स्तर पर ही पोस्टिंग दे सकता है। ये भी संभव है कि पद रिक्त रहने पर उन्हें दोबारा काउंसलिंग के लिए आमंत्रित किया जाये।
पहली बार हो रहा है ऐसा
ऐसा पहली बार ही हुआ है कि काउंसलिंग में पहले ही दिन आधे से ज्यादा जिलों में पोस्टिंग को रोक दिया जाये। जिन टीचर्स को प्रिंसिपल के रूप में जल्दी परमोशन मिल गया है, और सर्विस काफी बाकी है, उन्हें तो हर हाल में घर से दूर जाना ही होगा। जिन टीचर्स को परमोशन पर वेतन में लाभ नहीं मिल रहा है, वो बाद में इस परमोशन को त्याग भी सकते हैं।