विधायक गोदारा ने कहा: नहर में पानी व खेतों में बिजली कम, चुप है सरकार, कलेक्ट्रेट के सामने किसानों ने दिया धरना, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर रखी मांगें

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Posted On:Friday, September 3, 2021

बीकानेर, 3 सितंबर 2021  मानसून की बेरुखी के बीच नहर में सिंचाई के पानी का नहीं होना, गांवों में बिजली की कटौती और किसानों की अनदेखी अब राजनीतिक मुद्दा बनने लगा है। गुरुवार को कलेक्ट्रेट के सामने लूणकरणसर विधायक सुमित गोदारा के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने धरना लगाकर राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ रोष प्रकट किया। विधायक गोदारा ने बताया कि नहर में सिंचाई का पानी नहीं मिल रहा है।

किसान छह घंटे की बिजली लेने के लिए तरस रहे हैं। गांवों में अंधेरा छाया हुआ है। इसके बावजूद सरकार किसानों को राहत देने की बजाय जनता से छिपती फिर रही है। उन्होंने राज्य सरकार को किसान विरोधी बताते हुए ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला को आड़े हाथों लिया। गोदारा ने बताया कि डॉ. कल्ला का भले ही बीकानेर गृह जिला हो, लेकिन उन्होंने बीकानेर के गांवों की ओर कभी झांककर भी नहीं देखा। जबकि भाजपा के कार्यकाल में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा था। उन्हें ना केवल पर्याप्त बिजली मिलती थी, बल्कि नहर में सिंचाई के पानी के लिए कभी धरने-प्रदर्शन नहीं करने पड़े।

फसलों के खराब होने की चिंता
लूणकरणसर विधायक सुमित गोदारा ने बताया कि भाजपा सरकार ने वर्ष 2017 में लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र और जिले में विद्युत निगम के सहायक अभियंता कार्यालय खोले थे, लेकिन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में इन्हें वित्तीय स्वीकृति देने की बजाय इन्हें बंद कर दिया। उन्होंने बताया कि सरकार ने बुआई से पहले पर्याप्त मात्रा में नहरी पानी उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया था, लेकिन सरकार अपने वादे पर खरी नहीं उतरी। फसलों को पानी नहीं मिलने के कारण मूंगफली की फसल सहित अन्य फसलों के खराब होने की चिंता किसानों को सता रही है। चारा डीपो नहीं खुलने से पशुओं को भी भुखमरी का सामना करना पड़ सकता है।

साढ़े चार घंटे डटे रहे किसान: लूणकरणसर विधायक सुमित गोदारा के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे किसान धरना स्थल पर करीब साढ़े चार घंटे डटे रहे। इस बीच विधायक गोदारा ने बताया कि यह दुर्भाग्य है कि सावन-भादवे के महीने में जब किसानों को अपने खेतों से ही फुर्सत नहीं मिलती, उस समय उन्हें मजबूरन धरने-प्रदर्शन करने पड़ रहे हैं। धरने के बाद सुमित गोदारा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा।

विधायक बोले-सभी मांगों पर सहमति
जिला कलेक्टर नमित मेहता से मिलने के बाद विधायक सुमित गोदारा ने दावा किया कि किसानों की सभी मांगों पर सकारात्मक कदम उठाते हुए जल्द ही बकाया मांगों को पूरा किया जाएगा।

गोदारा के अनुसार अब किसानों को छह घंटे बिजली मिलेगी, सिंगल फेज गांव व ढाणियों में पूरे समय बिजली देने, बिजली संबंधी फाइलों का तीन माह में निपटारा करने, सामान्य, बूंद-बूंद, शिफ्टिंग, एससी के बकाया कृषि कनेक्शन का सामान 31 अक्टूबर तक उपलब्ध करवाने तथा 30 सितम्बर तक चारा डीपो खोले जाने की बात कही। धरना स्थल पर बीकानेर पंचायत समिति के उप प्रधान राजकुमार कस्वां, सदस्य रवि सारस्वत, किशन दैया, अर्जुन मेघवाल, हेमेरां सरपंच गणपत गोदारा, मंडल अध्यक्ष जसवंत दहिया आदि उपस्थित थे।


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