बीकानेर, 19 अगस्त खेत में खड़ी फसल को बचाने के लिए RD 620 पर पड़ाव डालने वाले किसानों को आखिरकार पानी मिल ही गया है। विधायक गोविन्द मेघवाल के बीच बचाव के बाद किसानों ने उसी दिन पड़ाव तो हटा था लेकिन जल्द पानी नहीं मिलने पर दोगुनी क्षमता के साथ खुद ही गेट खोलने की चेतावनी दी थी। गुरुवार को इस ब्रांच को पानी मिलने के बाद अब आंदोलन स्थगित कर दिया गया है।
किसान नेता भूप राम भांभू के नेतृत्व में किसानों ने इंदिरा गांधी नहर और पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत की। इस दौरान नहर में पानी देने पर सहमति बन गई। इसके बाद पुगल ब्रांच में 790 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इतनी मात्रा ही पूगल ब्रांच में आ सकती है, जिसे स्वीकार कर लिया गया। यह पानी किसानों को साढ़े आठ दिन तक मिलेगा। ऐसे में पूगल ब्रांच से जुड़े सभी किसानों के खेत में पानी पहुंच जायेगा।
किसानों का आरोप था कि नहर में पानी नहीं आने से उनकी फसलें खराब हो रही है। खेत में इस समय मूंगफली की फसल खड़ी है, जिसे काफी मात्रा में पान चाहिए। पिछले दिनों नहर प्रबंधन ने पानी इतना कम कर दिया था कि पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में किसानों ने क्षेत्र के कांग्रेस विधायक गोविन्द मेघवाल से इस बारे में संपर्क किया। मेघवाल ने एक-दो दिन में व्यवस्था का आश्वासन दिया था लेकिन किसानों ने दबाव बनाने के लिए आरडी 620 पर पड़ाव डाल दिया, जिसे बाद में आश्वासन पर हटा लिया गया।
बांधों में पानी की स्थिति
गुरुवार सुबह छह बजे पोंग डेम में पानी का लेवल 1334.96 फीट रहा। इस डेम में आवक 9030 क्यूसेक है जबकि हर रोज पानी की निकासी 12802 क्यूसेक हो रही है। वहीं भाखड़ा बांध में गुरुवार सुबह 6 बजे पानी का लेवल 1616.77 फीट रहा। यहां पानी की आवक 30456 क्यूसेक है जबकि निकासी 21541 क्यूसेक है। दोनों बांधों में इतना कम पानी भी नहीं है किसान को खेत में खड़ी फसल बचाने का अवसर नहीं मिल सके।