बीकानेर, 14 अगस्त 2021 इंद्रा काॅलाेनी वार्ड नंबर 47 में खराब गेहूं बांटने वाले राशन डीलर का लाइसेंस रसद विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। डिपाे हाेल्डर के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इस मामले में माेहल्ले के लक्ष्मणराम ने रसद विभाग के अधिकारियाें के समक्ष गुरुवार काे शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्हें सबूत के ताैर पर कीड़े लगे गेहूं की फाेटाे व वीडियाे दिए गए। गेहूं वितरण में लापरवाही सामने आने के बाद टीम ने शुक्रवार सुबह राशन डीलर भीखम खान के डिपाे पर रखे गेहूं की जांच की।
निरीक्षण के वक्त गेहूं काे सही तरीके से नहीं रखने की बात सामने आई, जिसे पर डीलर का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है। रसद विभाग के इंस्पेक्टर सहदेव नैण ने बताया कि लक्ष्मणराम का परिवार खाद्य सुरक्षा याेजना में चयनित है, जिसने नाै अगस्त काे संबंधित डिपाे से 25 किलाे गेहूं लिया था।
जैसे ही वह गेहूं लेकर घर पहुंचा। कट्टे काे खाेलकर देखा ताे उसके हाेश उड़ गए, क्याेंकि गेहूं में कीड़े लगे हाेने के साथ बदबू आ रही थी। इतना नहीं गेहूं में मिट्टी तथा कचरा मिला हुआ था। जांच के समय शुक्रवार काे शिकायतकर्ता व अन्य उपभाेक्ताओं के बयान लिए गए।
फिर डिपाे हाेल्डर से पूछताछ की गई। गेहूं वितरण में अनियमितता और रख-रखाव में लापरवाही पाए जाने पर डिपाे हाेल्डर काे तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। फिलहाल इस डिपाे का चार्ज वार्ड नंबर 49 के डिपाे हाेल्डर देवकिशन तंवर काे दिया गया है ताकि पात्र परिवाराें काे समय पर गेहूं मिल सके।
डिपाे हाेल्डर मुकरा, बोला- उसने नहीं दिया गेहूं, पोश मशीन से सच्चाई सामने आई
शिकायतकर्ता लक्ष्मणराम काे जब रसद विभाग की टीम ने संबंधित डिपाे हाेल्डर के पास बुलाया। तब डिपाे संचालक साफताैर पर मुकर गया कि यह गेहूं इस डिपाे से नहीं दिया गया। उसने गेहूं बदलने तक से मना कर दिया। रसद विभाग के अधिकारियाें ने शिकायतकर्ता काे आश्वस्त किया कि वह गेहूं बदलवाकर देंगे। उसके बाद संबंधित राशन कार्ड नंबर का जब डिपाे हाेल्डर की पाेस मशीन से मिलान किया गया ताे सच सामने आ गया। अधिकारियाें काे मालूम चल गया कि गेहूं इस डिपाे से ही दिया गया है।
डिपाे हाेल्डर्स में मचा हड़कंप
खराब गेहूं वितरण का मामला उजागर हाेने के बाद जैसे ही राशन डीलर्स काे मालूम चला कि रसद विभाग की टीम कभी भी किसी डिपाे हाेल्डर का निरीक्षण कर सकती है ताे उनमें हड़कंप मच गया। सभी तय समय पर गेहूं वितरण कर घर चले गए।
तय समय पर सभी जगह पर गेहूं का वितरण किया गया ताकि काेई यह नहीं कहे कि वितरण व्यवस्था गड़बड़ाई हुई है। बताया जा रहा है कि आराेपित डिपाे हाेल्डर पुराना स्टाॅक क्लियर करने के चक्कर में खराब गेहूं बांट रहा था।