आईपीएल 2025 का सीजन राजस्थान रॉयल्स (RR) के लिए निराशाजनक साबित हुआ है। कभी लीग की सबसे संतुलित टीमों में गिनी जाने वाली राजस्थान इस बार न तो अपने प्रदर्शन से प्रभावित कर सकी और न ही प्लेऑफ की रेस में टिकी रह सकी। टीम पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है और अब उन्हें एक और बड़ा झटका लगा है — स्टार खिलाड़ी नीतीश राणा चोटिल होकर पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं।
नीतीश की चोट और बाहर होने से न सिर्फ टीम की बल्लेबाजी कमजोर हुई है, बल्कि मिडिल ऑर्डर की स्थिरता पर भी बड़ा असर पड़ा है। इस झटके से उबरने के लिए फ्रैंचाइज़ी ने दक्षिण अफ्रीका के युवा और धाकड़ बल्लेबाज लुआन-ड्रे प्रीटोरियस को टीम में शामिल किया है।
लुआन-ड्रे प्रीटोरियस की एंट्री: युवा जोश का तड़का
नीतीश राणा की जगह 19 वर्षीय बाएं हाथ के बल्लेबाज लुआन-ड्रे प्रीटोरियस को टीम में शामिल किया गया है। यह नाम शायद अभी भारतीय दर्शकों के लिए नया हो, लेकिन लुआन पहले से ही रॉयल्स परिवार का हिस्सा रहे हैं। वे SA20 लीग में पार्ल रॉयल्स के लिए खेल चुके हैं, जो राजस्थान रॉयल्स का ही एक सहयोगी फ्रेंचाइज़ी है।
SA20 2025 सीजन में प्रीटोरियस ने 397 रन बनाए थे, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 166.81 रहा। यह किसी भी युवा बल्लेबाज के लिए बेहद प्रभावशाली आंकड़ा है, खासकर तब जब वे अपना पहला एलीट फ्रेंचाइज़ टूर्नामेंट खेल रहे हों। इस प्रदर्शन ने उन्हें SA20 का टॉप रन स्कोरर बना दिया था, और अब वे आईपीएल में भी अपने उसी फॉर्म को दोहराना चाहेंगे।
राजस्थान की परेशानी: लगातार चोटें और खराब प्रदर्शन
इस सीजन में राजस्थान रॉयल्स की सबसे बड़ी समस्या रही है चोटें।
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कप्तान संजू सैमसन कुछ मुकाबले नहीं खेल सके क्योंकि वे फिटनेस से जूझ रहे थे।
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तेज गेंदबाज संदीप शर्मा भी चोट के चलते टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं।
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और अब नीतीश राणा, जो कि टीम के मिडिल ऑर्डर का अहम हिस्सा थे, भी बाहर हो गए हैं।
इन सभी चोटों ने टीम के संतुलन को बिगाड़ दिया, और यही वजह रही कि राजस्थान का सफर प्लेऑफ से पहले ही थम गया।
नीतीश राणा का अब तक का सफर
नीतीश राणा ने इस सीजन में हालांकि कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन वे एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और बड़े मुकाबलों में जिम्मेदारी उठाने के लिए जाने जाते हैं। उनकी अनुपस्थिति से टीम के लिए न सिर्फ अनुभव की कमी होगी, बल्कि बल्लेबाजी क्रम में एक मजबूत विकल्प की भी कमी महसूस की जाएगी।
राणा का बल्लेबाजी में आक्रामक रवैया और गेंदबाजी में उपयोगी योगदान उन्हें एक बहुआयामी खिलाड़ी बनाता है। चोट से बाहर होने के बाद अब उनका अगला लक्ष्य वापसी के लिए खुद को फिट करना होगा।
आगे की राह: प्रीटोरियस से उम्मीदें
राजस्थान रॉयल्स अब लीग से भले बाहर हो चुकी हो, लेकिन बचे हुए मैचों में टीम अपने युवा खिलाड़ियों को मौका देकर भविष्य की तैयारी करना चाहती है। ऐसे में लुआन-ड्रे प्रीटोरियस जैसे खिलाड़ी को शामिल करना एक स्मार्ट मूव हो सकता है।
प्रीटोरियस की तेज़ बल्लेबाजी और दबाव में खेलने की क्षमता उन्हें मौजूदा टी20 ट्रेंड में एक उपयुक्त खिलाड़ी बनाती है। उनके पास बड़ा शॉट खेलने की ताकत, रन गति बनाए रखने का कौशल और कम समय में मैच पलटने की काबिलियत है।
टीम के लिए क्या हैं सबक?
राजस्थान रॉयल्स को इस सीजन से कई सबक मिल सकते हैं:
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बेंच स्ट्रेंथ मजबूत होनी चाहिए ताकि चोटिल खिलाड़ियों के विकल्प तुरंत तैयार हों।
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युवा खिलाड़ियों को पर्याप्त मौके दिए जाएं, जिससे भविष्य के लिए बैकअप तैयार हो सके।
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प्लेइंग इलेवन में ज्यादा बदलाव से बचना चाहिए, जिससे टीम संयोजन ना बिगड़े।