फिलीपींस की धरती भूकंप के भयंकर झटकों से हिल गई है, जिससे बड़े पैमाने पर तबाही हुई है और लोगों में भय और दहशत का माहौल बना हुआ है। सेंट्रल विसायास क्षेत्र के सेबू प्रांत में आए इस जोरदार भूकंप ने कई इमारतों को ध्वस्त कर दिया, जिससे 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस भूकंप ने फिलीपींस के कई प्रमुख शहरों को प्रभावित किया है और सरकार ने भी जनता से सतर्क रहने की सलाह दी है।
भूकंप की तीव्रता और केंद्र
फिलीपींस का यह भूकंप ‘रिंग ऑफ फायर’ क्षेत्र में आया, जो भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.9 मापी गई, जो काफी शक्तिशाली मानी जाती है। भूकंप का केंद्र सेबू के बो गो शहर के पास विसायन सागर में 5 से 10 किलोमीटर की उथली गहराई में था। इसके कारण भूकंप का प्रभाव आसपास के क्षेत्रों जैसे सेबू, लेयते, बिलिरान, बोहोल, समर और नेग्रोस तक महसूस किया गया।
भूकंप के बाद कई आफ्टरशॉक भी आए, जिनकी तीव्रता लगभग 6 थी। फिलीपींस इंस्टीट्यूट ऑफ वोल्कैनोलॉजी एंड सिस्मोलॉजी (PHIVOLCS) ने लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी। भूकंप के बाद शुरुआती चेतावनी के तहत सुनामी अलर्ट भी जारी किया गया था, लेकिन कुछ समय बाद इसे वापस ले लिया गया।
भूकंप से हुए नुकसान
इस विनाशकारी भूकंप ने फिलीपींस में भारी तबाही मचाई है। बिगो शहर में सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जहां 14 लोगों की मौत हुई और जलजमाव व भूस्खलन ने राहत-बचाव कार्यों में बाधा पैदा की। सेबू सिटी में एक अस्पताल को ढहने के खतरे के चलते खाली कराना पड़ा। इसके अलावा, दानबंतायन के आर्कडियोसीन श्राइन ऑफ सांता रोसा डे लीमा चर्च का हिस्सा गिर गया, जबकि बंतायन के पैरोक्विया डे सैन पेड्रो अपोस्टोल चर्च की इमारतों में भी दरारें आ गईं। IT पार्क को भी सुरक्षा कारणों से खाली कराना पड़ा।
सरकारी प्रतिक्रिया और बचाव कार्य
भूकंप के प्रभाव को देखते हुए, फिलीपींस सरकार ने कई कदम उठाए हैं। NGCP ने ग्रिड सेपरेशन की रिपोर्ट जारी करते हुए बिजली कटौती की जानकारी दी। ओस्मेन ब्रिज को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है ताकि कोई दुर्घटना न हो। सरकार ने सेबू, लापू-लापू, तालिसाय और अन्य प्रभावित शहरों में 1 अक्टूबर को स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है। साथ ही, सैन रेमिजियो में आपदा की घोषणा की गई है और वहां राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है।
कनाडा के दूतावास ने भी इस संकट के दौरान प्रभावित लोगों की मदद के लिए अपने संसाधन उपलब्ध कराए हैं। स्थानीय प्रशासन और राहत एजेंसियां मिलकर प्रभावितों तक भोजन, पानी, दवाइयां और अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचाने का काम कर रही हैं।
निष्कर्ष
फिलीपींस के लिए यह भूकंप एक बड़ी चुनौती है जिसने लाखों लोगों की जिंदगी प्रभावित की है। भूकंप के बाद की स्थिति काफी नाजुक है और बचाव कार्य अभी भी जारी है। इस क्षेत्र की भूकंपीय संवेदनशीलता को देखते हुए, भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचाव के लिए बेहतर तैयारी और जागरूकता आवश्यक है। फिलीपींस के लोग इस मुश्किल समय में एकजुट होकर इस संकट से उबरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी और प्रभावित लोग पुनः एक बेहतर जीवन की ओर बढ़ सकेंगे।