तालिबान ने भले ही अफगानिस्तान पर अपना कब्ज़ा जमा लिया है, लेकिन अभी भी उनके लिए आगे का रास्ता आसान होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा है कि तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार की मान्यता पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के भीतर स्पष्टता होने तक अफगानिस्तान के साथ उसका जुड़ाव निलंबित रहेगा।
आईएमएफ ने कहा कि वह अफगानिस्तान में आर्थिक स्थितियों को लेकर वो बहुत ज्यादा चिंतित है, साथ ही उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से देश में "घूमने वाले मानवीय संकट" को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है। आईएमएफ के प्रवक्ता गेरी राइस ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, "सरकार की मान्यता पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के भीतर स्पष्टता होने तक अफगानिस्तान के साथ हमारा जुड़ाव निलंबित कर दिया गया है।"
गेरी राइस ने आगे कहा है, "हम अफगानिस्तान में सरकार की मान्यता के संदर्भ में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा निर्देशित हैं और हमें अब तब उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। इसलिए, अफगानिस्तान में आईएमएफ कार्यक्रम को रोक दिया गया है;और, फिर से, जैसा कि हमने कहा, पिछले महीने, देश इस समय आईएमएफ संसाधनों, एसडीआर आदि का इस्तेमाल नहीं कर सकता है."
जैसा की सभी जानते हैं, तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया। जिसके बाद तालिबान द्वारा घोषित अंतरिम मंत्रिमंडल में विद्रोही समूह के हाई-प्रोफाइल सदस्य शामिल हैं।