जुंटा ने हाल ही में कुछ राजनीतिक कैदियों को अपने घोषणा के तहत रिहा किया था, लेकिन अब फिर से स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि म्यांमार के अधिकारियों ने लगभग 110 राजनीतिक कैदियों को फिर से गिरफ्तार कर लिया है.
रेडियो फ्री एशिया [आरएफए] की रिपोर्ट के अनुसार, परिवार के सदस्यों ने कहा है कि उनके कुछ प्रियजनों को "जेल के प्रवेश द्वार पर" फिर से गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि अन्य को घर लौटने के कुछ घंटों के भीतर वापस ले लिया गया. सूत्रों का हवाला देते हुए, प्रकाशन ने कहा, बंदियों को अब म्यांमार के आतंकवाद विरोधी कानून के तहत पुलिस हिरासत में रखा जा रहा है.
आरएफए ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ले ले नैइंग के एक परिवार के सदस्य को 21 मई को गिरफ्तार किया था, जिसका कहना है कि "हम बर्बाद हो गए हैं - हमारी मां 84 वर्ष की हैं और उनका स्वास्थ्य बिगड़ रहा है." परिवार ने आगे कहा है कि "झूठी खबर [या] सीधे आंदोलन फैलाने के आरोप में तीन साल की जेल की सजा सुनाई गई थी." बता दें कि यह क तरह से सरकारी कर्मचारी के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज करने जैसा है.
इससे पहले जून में भी, जुंटा ने एक सामान्य माफी की घोषणा की थी और देश भर में लगभग 200 बंदियों को नजरबंदी से मुक्त किया था.
1 फरवरी को, सेना ने म्यांमार में सत्ता पर कब्जा कर लिया था, देश के वास्तविक शासक आंग सान सू की और तत्कालीन राष्ट्रपति विन मिंट को कैद कर लिया था.