Ukraine, 4 March (News Helpline) रूस ने यूक्रेन के प्रमुख शहरों को अपना निशाना बनाना जारी रखा है, ऐसे में सैकड़ों परिवार देश छोड़कर सीमा पार पोलैंड की यात्रा करने को मजबूर हैं। हालांकि, इन सभी में सिर्फ महिलाएं और बच्चे ही देश से बाहर गए हैं, जबकि पुरुष देश में ही लड़ने के लिए पीछे रुके हुए हैं।
यूक्रेन की एक महिला ने कहा, "जब हमने एक जोरदार विस्फोट सुना तो हम जमीन पर गिर गए थे। हमने अपने शरीर से ढक कर बच्चों को बचा लिया।" इतनी सैन्य आक्रामकता के बावजूद उनके चेहरे पर मुस्कान थी। जब पूछा गया कि वह क्यों मुस्कुरा रही है, तो उसने सीएनएन से कहा, "हम मुस्कुराते हैं और दिखावा करते हैं कि सब कुछ ठीक है। जब हमारे घरों के बाहर बम विस्फोट हुए, तो मेरी सबसे छोटी बेटी रात भर रोती रही। लेकिन मैं मुस्कुराई और चुटकुले सुनाए क्योंकि यह हमें जीवित और मानसिक रूप से मजबूत रखता है।"
लाखों लोगों के लिए, यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र से भागना सबसे अच्छा विकल्प है, क्योंकि देश को गंभीर मानवीय संकट का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें प्रमुख शहर बिजली आपूर्ति और पानी के बिना हैं।
आक्रमण के दूसरे हफ्ते में प्रवेश करते ही रूसी सेना ने प्रमुख यूक्रेनी शहरों की बमबारी को घेर लिया और बढ़ा दिया। जबकि विश्व नेताओं ने बातचीत के लिए दबाव डाला है, ऐसे में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि युद्ध योजना के अनुसार चल रहा है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भी बढ़ौतरी को रोकने के लिए तत्काल उपाय करने के लिए कहा और देश की रक्षा करने की कसम खाई। नेताओं सहित कई यूक्रेनियन ने रूसियों के खिलाफ देश की रक्षा के लिए हथियार उठाए हैं।