पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेख राशिद अहमद ने प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) से सरकार के साथ किए गए वादों पर कायम रहने की अपील की है, साथ ही चेतावनी भी दी है कि अगर समूह ऐसा करने में विफल रहता है तो "चीजें मेरे हाथ से बाहर हो जाएंगी".
मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार समूह को इस्लामाबाद में प्रवेश करने से रोकेगी. उन्होंने प्रदर्शनकारियों से वापस लौटने का आग्रह किया, नहीं तो राज्य के पास "अपना अधिकार स्थापित करने" के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा.
रशीद ने कहा कि सरकार जहां हिंसा नहीं चाहती, वहीं प्रधानमंत्री इमरान खान देश को 'बंधक' नहीं बनने देंगे. टीएलपी प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए रशीद ने कहा: "आपका नुकसान हमारा नुकसान है." आंतरिक मंत्री ने कहा कि उन्होंने हाल के दिनों में समूह के प्रमुख साद हुसैन रिज़वी सहित टीएलपी नेतृत्व से कई बार बात की थी और शुक्रवार और शनिवार को फिर से उनसे बात करेंगे.
हालांकि, बातचीत (टीएलपी) के लौटने के बाद ही होगी. रशीद ने कहा कि टीएलपी ने सड़कों को अनब्लॉक करने के लिए प्रतिबद्ध किया है और समूह को अपना वादा पूरा करना चाहिए.
रशीद ने चेतावनी दी है, "नहीं तो, मामला मेरे हाथ से निकल जाएगा." न्होंने कहा कि वह टीएलपी को अपने वादे निभाने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे थे, "लेकिन अगर आप आगे बढ़ते रहे (इस्लामाबाद की ओर), तो आपको किसी बिंदु पर रोकना होगा|