मध्य प्रदेश के कटनी जिले के कैमोर में मंगलवार को दिनदहाड़े हुए भाजपा नेता नीलेश उर्फ नीलू रजक की हत्या ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया था। अब इस सनसनीखेज हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। बुधवार सुबह पुलिस और आरोपितों के बीच मुठभेड़ में दोनों मुख्य आरोपी अकरम खान और प्रिंस जोसफ घायल हो गए, जिन्हें जबलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कैमोर में गोली की आवाज से मचा हड़कंप
मंगलवार सुबह करीब 11 बजे कैमोर बाजार स्थित एक बैंक के सामने अचानक गोलियों की आवाज गूंजी। मौके पर भगदड़ मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दो नकाबपोश बाइक सवार अचानक आए और भाजपा नेता नीलेश रजक के ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। घटना इतनी तेजी से हुई कि कोई कुछ समझ नहीं पाया। घायल नीलेश को तत्काल विजयराघवगढ़ अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
नीलेश रजक, बजरंग दल के पूर्व गौ सेवा प्रमुख और स्थानीय भाजपा संगठन में सक्रिय नेता थे। उनकी इलाके में साफ-सुथरी छवि और जनता के बीच लोकप्रियता के कारण यह हत्या राजनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बन गई।
हत्या के बाद भड़का गुस्सा, बाजार बंद
घटना की खबर फैलते ही कैमोर और विजयराघवगढ़ में भारी तनाव फैल गया। गुस्साए लोगों ने सड़क पर उतरकर चक्काजाम कर दिया। दुकानों के शटर गिर गए और सैकड़ों लोग आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। प्रशासन को हालात काबू में लाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाना पड़ा। देर रात तक जिले के आईजी, डीआईजी और एसपी अभिनय विश्वकर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर डटे रहे।
कैसे हुई मुठभेड़
हत्याकांड के बाद पुलिस ने तुरंत विशेष टीमों का गठन किया और आरोपितों की तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से पुलिस को पता चला कि दोनों आरोपी अकरम खान और प्रिंस जोसफ कजरवारा इलाके में देखे गए हैं। पुलिस टीम जब वहां पहुंची, तो आरोपितों ने भागने की कोशिश की और फायरिंग शुरू कर दी। एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने बताया, “पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। इस दौरान चार राउंड गोलियां चलीं, जिनमें दोनों आरोपी घायल हो गए। उन्हें तुरंत इलाज के लिए जबलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया।” फिलहाल पुलिस ने दोनों के कब्जे से एक पिस्टल, कारतूस और वह बाइक बरामद की है जिसका इस्तेमाल वारदात में किया गया था।
पुलिस की चौकसी और इलाके में शांति
घटना के बाद पूरे कैमोर क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस अब इस हत्याकांड की गहराई से जांच में जुटी है कि आखिर हत्या की असली वजह क्या थी। शुरुआती जांच में निजी रंजिश और राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता दोनों कोणों की जांच की जा रही है। स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है कि हत्यारे अब पुलिस की गिरफ्त में हैं। विजयराघवगढ़ और आसपास के इलाकों में अब माहौल धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। पुलिस लगातार क्षेत्र में गश्त कर रही है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
भाजपा नेताओं ने जताया शोक, कड़ी कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद स्थानीय भाजपा नेताओं ने नीलेश रजक की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। राज्य के गृह मंत्री ने भी ट्वीट कर कहा कि “कानून अपने हाथ में लेने वालों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने तत्परता दिखाकर मामले में जिस तेजी से कार्रवाई की, वह सराहनीय है।”
स्थानीय जनता में आक्रोश और सवाल
हालांकि एनकाउंटर के बाद भी इलाके में लोगों के मन में सवाल हैं कि आखिर नीलेश रजक की हत्या के पीछे कौन-सी साजिश रची गई थी। पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद हत्या की असली मंशा का खुलासा होगा।