उत्तर चेन्नई के थर्मल पावर स्टेशन पर मंगलवार को एक भयानक हादसा हुआ है, जिसमें नौ मजदूरों की मौत हो गई। यह दुर्घटना पावर स्टेशन के निर्माण कार्य के दौरान हुई जब एक स्टील आर्च अचानक गिर गया और उसके नीचे काम कर रहे श्रमिक मलबे में दब गए। शुरुआती रिपोर्टों में एक मौत और कई घायल होने की सूचना थी, लेकिन बाद में अधिकारियों ने मृतकों की संख्या बढ़कर नौ कर दी है।
तमिलनाडु विद्युत बोर्ड के सचिव और तमिलनाडु उत्पादन एवं वितरण निगम (TANGEDCO) के अध्यक्ष डॉ. जे. राधाकृष्णन ने इस हादसे की पुष्टि की और बताया कि यह दुर्घटना एन्नोर थर्मल पावर स्टेशन के निर्माण स्थल पर हुई है। उन्होंने कहा, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, जहां एक स्टील आर्च गिर गया, जिससे नौ लोग मारे गए। इनमें से अधिकांश असम और आस-पास के क्षेत्रों के प्रवासी मजदूर थे।" एक व्यक्ति घायल है, जिसका इलाज चल रहा है। बीएचईएल (BHEL) के अधिकारी भी घटनास्थल पर मौजूद हैं और राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पीएमओ ने ट्वीट करके कहा, "तमिलनाडु के चेन्नई में हुई इस दुर्घटना से अत्यंत दुख हुआ। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।" पीएमओ ने यह भी बताया कि मृतकों के परिवारों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी, जबकि घायलों को 50,000 रुपये की सहायता दी जाएगी।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि उत्तरी चेन्नई के थर्मल पावर स्टेशन के विस्तार कार्य के दौरान तिरुवल्लूर जिले के मिंजुर में हुए इस हादसे में असम के नौ प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि वे तमिलनाडु के अधिकारियों के संपर्क में हैं ताकि मृतकों के पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द असम भेजा जा सके। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की है।
इस दुखद घटना ने न केवल प्रभावित परिवारों को शोक में डुबो दिया है, बल्कि पूरे देश में मजदूरों की सुरक्षा और निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों की पुनः समीक्षा की जरूरत पर भी सवाल उठाए हैं। ऐसे हादसे अक्सर सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन या निर्माण सामग्री की कमजोर गुणवत्ता के कारण होते हैं, जो कि मजदूरों के जीवन के लिए बेहद खतरनाक साबित होते हैं।
इस बीच, तमिलनाडु सरकार और संबंधित विभागों ने इस हादसे की जांच शुरू कर दी है ताकि जिम्मेदारों को दंडित किया जा सके और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके। इसके साथ ही, राज्य सरकार ने प्रभावित परिवारों को वित्तीय सहायता और अन्य जरूरी मदद देने का भी आश्वासन दिया है।
उत्तर चेन्नई के थर्मल पावर स्टेशन पर हुए इस हादसे ने एक बार फिर यह याद दिलाया है कि मजदूरों की सुरक्षा और उनकी भलाई के लिए कड़े नियमों का पालन अत्यंत आवश्यक है। इस दुखद घटना से उबरने के लिए उचित कदम उठाना सरकार और जिम्मेदार एजेंसियों की प्राथमिकता होनी चाहिए ताकि भविष्य में किसी भी मजदूर की जान जोखिम में न पड़े।