पटना: बिहार में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में है। आज, गुरुवार (20 नवंबर) को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में भव्य शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा, जहां नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर एक नया राजनीतिक कीर्तिमान स्थापित करेंगे। उनके साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की एकजुटता और ताकत का प्रदर्शन होगा, क्योंकि इसमें देश की कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियां शिरकत कर रही हैं। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं उपस्थित रहेंगे। उनके अलावा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी प्रमुख अतिथियों में शामिल हैं।
मुख्यमंत्रियों का जमावड़ा
इस समारोह की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें बीजेपी शासित लगभग सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री शामिल होंगे।confirmed list में शामिल हैं:
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उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ
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राजस्थान के सीएम भजनलाल
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मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव
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असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा
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छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साईं
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दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता
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हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी
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महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस
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उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी
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गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल
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आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, उप-मुख्यमंत्री और मंत्री पवन कल्याण व मंत्री नारा लोकेश
इन राजनीतिक दिग्गजों के अलावा, पद्मभूषण और पद्मश्री से सम्मानित शख्सियतें, वैज्ञानिक और साहित्यकार भी इस समारोह की शोभा बढ़ाएंगे। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (लोजपा-आर), केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के सांसद उपेंद्र कुशवाहा भी प्रमुख अतिथि होंगे।
एनडीए की बंपर जीत और मंत्रिमंडल का फॉर्मूला
हाल ही में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को कुल 202 सीटें मिली थीं। बीजेपी ने 89 सीटें जीतकर गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी बनी, जबकि नीतीश कुमार की जेडीयू 85 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। चिराग पासवान की लोजपा (आर) ने 19 सीटें जीतीं। सूत्रों के अनुसार, नई सरकार में मंत्रिमंडल के बंटवारे पर भी सहमति बन गई है। गठबंधन में 'छह विधायक पर एक मंत्री पद' का फॉर्मूला लागू किया जा सकता है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, नीतीश कुमार के साथ पहले चरण में लगभग 20 मंत्री शपथ ले सकते हैं। कुल मिलाकर, 34 मंत्रियों को नीतीश कुमार की सरकार में जगह मिलने वाली है, जिसका संभावित वितरण इस प्रकार है:
शपथ ग्रहण समारोह से पहले गांधी मैदान में व्यापक और विस्तृत तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। देश भर से आ रहे वीवीआईपी और आम जनता के जुटने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा और व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। नीतीश कुमार का 10वीं बार मुख्यमंत्री बनना न केवल बिहार की राजनीति में एक मील का पत्थर है, बल्कि यह केंद्र और राज्य के बीच एनडीए की मजबूत साझेदारी को भी दर्शाता है।