दिल्ली के लाल किला क्षेत्र में हुए भीषण कार ब्लास्ट और हाल ही में सामने आए टेरर मॉड्यूल के खुलासे पर देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने गंभीर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भारत को अब और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि हमारे पड़ोसी देश की नीयत ठीक नहीं है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि पाकिस्तान जैसे देश भारत की शांति और विकास से परेशान हैं, इसलिए वह इस तरह की आतंकी गतिविधियों को प्रोत्साहित करते रहेंगे।
किरण बेदी ने कहा, “ये आतंकी संगठन अब हमारे देश से जाने वाले नहीं हैं, क्योंकि हमारा पड़ोसी बहुत दुखी और परेशान है। वो हार चुका है और अब अपने दर्द को कम करने के लिए इस तरह की गतिविधियां जारी रखेगा। इसमें पैसे का खेल है, क्योंकि अगर ये आतंकी गतिविधियां नहीं करेंगे तो फंडिंग कैसे मिलेगी? इसलिए हमें अपने पड़ोसी देशों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखनी होगी।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इतना सारा विस्फोटक और उपकरण इतनी आसानी से इकट्ठा नहीं होता। किसी न किसी स्तर पर लोगों की लापरवाही जरूर होती है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब देश के हर नागरिक को जागरूक होना पड़ेगा।
“देश को कट्टरपंथ से बचाना होगा”
किरण बेदी ने कट्टरपंथ को लेकर भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “हमें अपने फेथ को आतंकी गतिविधियों में नहीं, बल्कि अच्छे कर्मों में लगाना होगा। जब तक लोगों की यह सोच नहीं बदलेगी, तब तक टेरर अटैक होते रहेंगे। हमें इस देश में बहुत समझदारी और पेशेवर तरीके से पुलिसिंग करनी होगी। इंटेलिजेंस और पुलिस का प्रिवेंशन में बहुत अहम रोल है।”
उन्होंने यह भी कहा कि कम्युनिटी पुलिसिंग (Community Policing) की भूमिका अब पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गई है। उन्होंने कहा, “हर नागरिक को अब अपने आस-पड़ोस में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। गांवों के प्रधान, आरडब्ल्यूए (RWA) और मोहल्ला समितियों को यह जिम्मेदारी लेनी होगी कि कौन किराए पर रह रहा है, कौन गोदाम बना रहा है और उसमें क्या रख रहा है। अगर किसी पर शक हो तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। यही देशभक्ति का असली इम्तिहान है।”
“गद्दारों को पहचानना अब देश का कर्तव्य”
किरण बेदी ने सख्त लहजे में कहा, “ये जो लोग देश में रहकर, यहीं की शिक्षा और सुविधाओं का लाभ उठाकर, फिर देश के खिलाफ काम करते हैं — ये गद्दार हैं। अब इन्हें पहचानना और रोकना हम सबका कर्तव्य है। कौन किसे मकान दे रहा है, कौन सामान इकट्ठा कर रहा है, किसके पास अचानक संदिग्ध गतिविधियां बढ़ गई हैं — इन सब बातों पर ध्यान देना होगा।”
“राज्यों के बीच समन्वय जरूरी”
पूर्व आईपीएस अधिकारी ने यह भी कहा कि अब सभी राज्यों की पुलिस को एकजुट होकर काम करना चाहिए। “उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली पुलिस को आपस में समन्वय बनाकर काम करना होगा। दूसरी तरफ जनता को भी सतर्क रहना चाहिए। जब पुलिस और जनता एक साथ काम करेंगे, तभी आतंकवाद पर काबू पाया जा सकेगा।”
बता दें, 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला क्षेत्र के पास एक चलती कार में उच्च तीव्रता का विस्फोट हुआ था, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड डॉ. उमर मोहम्मद बताया जा रहा है, जो धमाके में ही मारा गया। जांच एजेंसियां अब इस पूरे नेटवर्क के बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी हैं।