मुंबई, 09 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। सोमवार सुबह मुंबई के मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास एक दर्दनाक हादसे में चलती लोकल ट्रेनों से गिरने से चार यात्रियों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। मृतकों में सरकारी रेलवे पुलिस के एक कांस्टेबल भी शामिल हैं। घटना सुबह करीब साढ़े नौ बजे मुंब्रा और दिवा रेलवे स्टेशनों के बीच हुई, जब भारी भीड़ की वजह से यात्री ट्रेन के गेट और फुटबोर्ड पर खड़े थे।
रेलवे के अनुसार, हादसा दो ट्रेनों के विपरीत दिशा से गुजरने के दौरान हुआ, जब यात्रियों के बैग आपस में टकरा गए और संतुलन बिगड़ने के कारण 10 लोग नीचे गिर गए। शुरू में यह खबर आई थी कि हादसा लखनऊ जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस के यात्रियों के साथ हुआ, लेकिन बाद में स्पष्ट हुआ कि वह ट्रेन हादसे के कुछ समय बाद घटनास्थल से गुजरी थी।
सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल धनराज नीला ने जानकारी दी कि कसारा से आ रही एक लोकल और CSMT की ओर जा रही दूसरी लोकल ट्रेन के गेट पर खड़े यात्रियों के बैग उलझने के कारण हादसा हुआ। मृतकों की पहचान केतन सरोज, राहुल गुप्ता, मयूर शाह और ठाणे जीआरपी के कांस्टेबल विक्की मुखियाद के रूप में हुई है। रेलवे को हादसे की जानकारी सबसे पहले कसारा जा रही लोकल ट्रेन के गार्ड ने दी थी।
हादसे के बाद रेलवे ने मुंबई सबअर्बन क्षेत्र की सभी नई लोकल ट्रेनों में ऑटोमैटिक दरवाजे लगाने का निर्णय लिया है। रेलवे बोर्ड के सूचना और प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि वर्तमान में चल रही लोकल ट्रेनों के कोच को फिर से डिजाइन किया जाएगा ताकि उनमें दरवाजे अपने आप बंद हो सकें।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने हादसे को यात्रियों की सुरक्षा में लापरवाही का प्रतीक बताया और उम्मीद जताई कि रेलवे जल्द ही ठोस कदम उठाएगा। वहीं डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने ऐलान किया कि इस घटना की जांच एक उच्चस्तरीय समिति करेगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस हादसे को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि जब मोदी सरकार अपने 11 साल की 'सेवा' का जश्न मना रही है, तब देश की असल तस्वीर मुंबई की इस त्रासदी में दिख रही है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की।