सौरभ राजपूत मर्डर केस एक बार फिर सुर्खियों में है। मामले में जेल में बंद मुस्कान रस्तोगी ने रविवार को एक बच्ची को जन्म दिया है, जिसका नाम राधा रखा गया है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, मुस्कान और नवजात दोनों स्वस्थ हैं। यह डिलीवरी नेचुरल (नॉर्मल) हुई है। जैसे ही बच्चे के जन्म की खबर बाहर आई, सौरभ के परिवार ने अपनी शर्त दोहराते हुए कहा कि वे राधा को तभी अपनाएंगे, जब डीएनए टेस्ट से यह साबित हो जाए कि वह सौरभ राजपूत की बेटी है।
गौरतलब है कि इसी साल अप्रैल महीने में मुस्कान की प्रेगनेंसी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ही यह मामला सुर्खियों में आया था। सोशल मीडिया पर यह सवाल तेजी से वायरल हुआ कि मुस्कान के गर्भ में पल रहे बच्चे का जैविक पिता कौन है।
कैसे सामने आई थी मुस्कान की गर्भावस्था?
मुस्कान रस्तोगी को जब मेरठ की चौधरी चरण सिंह जेल में लाया गया था, तब जेल में उसका प्रेगनेंसी टेस्ट भी कराया गया था, जो नेगेटिव आया था। कुछ समय बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद दोबारा जांच की गई और वह प्रेग्नेंट पाई गई। डॉक्टरों के अनुसार, शुरुआती हफ्तों में प्रेगनेंसी टेस्ट नेगेटिव आना आम बात है। कई बार गर्भावस्था के 4–8 हफ्ते बाद ही टेस्ट पॉजिटिव आता है। यही कारण है कि पहली रिपोर्ट नेगेटिव आई और बाद में पुष्टि हुई। लेकिन इस देरी के कारण लोगों में शंका पैदा हुई और सवाल उठे कि गर्भ में पल रहे बच्चे का पिता कौन है।
पहले से तीन साल की बेटी की मां है मुस्कान
मुस्कान रस्तोगी पहले से ही तीन साल की बेटी पीहू की मां है, जो वर्तमान में सौरभ के माता-पिता के पास रहती है। बताया जाता है कि जब पुलिस ने मुस्कान और उसके कथित प्रेमी साहिल को गिरफ्तार किया था, उस समय मुस्कान लगभग डेढ़ महीने की गर्भवती थीं। सौरभ के बड़े भाई राहुल राजपूत लगातार यही कहते रहे हैं कि परिवार मुस्कान के बच्चे को तभी अपनाएगा जब डीएनए रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो जाए कि वह सौरभ की संतान है। राहुल ने कहा था, “अगर बच्ची डीएनए में हमारे भाई की साबित होती है, तो हम उसे पूरी जिम्मेदारी से अपनाएंगे। फिलहाल नवजात राधा के जन्म के बाद यह मामला फिर गरमाता दिख रहा है। अस्पताल में महिला वार्ड की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी तरह की अनचाही प्रवेश या विवाद की स्थिति न बने।
क्या बोले मेरठ जेल के सुपरिंटेंडेंट?
मेरठ जेल के सुपरिंटेंडेंट डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि शनिवार शाम मुस्कान की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया। वहां उसने करीब सवा आठ महीने में नॉर्मल डिलीवरी से बच्ची को जन्म दिया। उन्होंने कहा कि वार्ड में किसी भी बाहरी व्यक्ति को एंट्री नहीं दी गई। दिलचस्प बात यह रही कि मुस्कान के परिवार का कोई सदस्य अस्पताल नहीं पहुंचा। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि नवजात पूरी तरह स्वस्थ है और डॉक्टर उसकी लगातार निगरानी कर रहे हैं।