भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत 20 जून 2025 से होने जा रही है। भारतीय क्रिकेट फैंस में इस सीरीज को लेकर जबरदस्त उत्साह है, लेकिन उससे पहले टीम इंडिया के कोचिंग स्टाफ को लेकर एक असमंजस की स्थिति बन गई है। टीम के हेड कोच गौतम गंभीर, जो हाल ही में नियुक्त किए गए थे, अपनी मां की गंभीर तबीयत के कारण इंग्लैंड से भारत लौट आए हैं। इस बीच इंग्लैंड में एनसीए हेड वीवीएस लक्ष्मण की मौजूदगी ने अटकलों को और हवा दे दी है कि क्या वह हेड कोच की भूमिका निभाने वाले हैं?
गौतम गंभीर की भारत वापसी: पारिवारिक मजबूरी बनी वजह
गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे आक्रामक सलामी बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। अब बतौर कोच उन्हें इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया की कमान संभालनी थी, लेकिन उनकी मां की तबीयत अचानक बिगड़ने की वजह से उन्हें भारत लौटना पड़ा। रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी मां फिलहाल ICU में भर्ती हैं, हालांकि अब उनकी हालत में थोड़ा सुधार देखा गया है।
गंभीर की भारत वापसी के बाद यह बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है कि अगर वह हेडिंग्ले टेस्ट से पहले वापसी नहीं कर पाए, तो टीम इंडिया की कोचिंग जिम्मेदारी किसे सौंपी जाएगी?
वीवीएस लक्ष्मण लेंगे चार्ज?
सी बीच लंदन से एक तस्वीर और कुछ रिपोर्ट्स सामने आईं, जिनमें वीवीएस लक्ष्मण को इंग्लैंड में देखा गया। लक्ष्मण, जो कि नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) के हेड हैं, पहले भी कई बार टीम इंडिया के साथ अस्थायी कोचिंग रोल में नजर आ चुके हैं। इस बार उनकी लंदन में उपस्थिति ने अटकलों को जन्म दिया कि वे हेडिंग्ले टेस्ट के लिए स्टैंड-इन हेड कोच की भूमिका में आ सकते हैं।
हालांकि बीसीसीआई के सूत्रों ने साफ किया है कि लक्ष्मण इंग्लैंड किसी निजी कारण से गए हैं। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार वे स्विट्जरलैंड के लुसाने से लंदन पहुंचे और वहां उन्होंने इंट्रा स्क्वाड मैच देखा, लेकिन वह किसी आधिकारिक बीसीसीआई कार्य के तहत वहां नहीं थे।
लक्ष्मण की भूमिका को लेकर बीसीसीआई की स्थिति
बीसीसीआई ने फिलहाल इस विषय में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन इनसाइड सूत्रों के मुताबिक वीवीएस लक्ष्मण अभी टीम इंडिया के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने इंग्लैंड में टीम के सपोर्ट स्टाफ से मुलाकात जरूर की है, लेकिन वह किसी भी तरह की कोचिंग जिम्मेदारी संभालने नहीं जा रहे हैं।
इससे साफ होता है कि लक्ष्मण की इंग्लैंड यात्रा महज संयोग है, और गंभीर की वापसी की ही उम्मीद की जा रही है।
क्या समय पर वापसी कर पाएंगे गौतम गंभीर?
20 जून से हेडिंग्ले टेस्ट शुरू होना है, और ऐसे में सभी की नजरें गौतम गंभीर की वापसी पर टिकी हैं। उनके करीबी सूत्रों के अनुसार गंभीर की मां की हालत में सुधार हो रहा है, लेकिन वह अभी भी ICU में हैं। डॉक्टर्स से सलाह-मशविरा करने के बाद गंभीर इंग्लैंड रवाना हो सकते हैं।
संभावना जताई जा रही है कि अगर उनकी मां की तबीयत स्थिर रही, तो गंभीर 18 या 19 जून को टीम इंडिया के साथ फिर से जुड़ सकते हैं। ऐसे में वह पहले टेस्ट से ठीक पहले टीम का मार्गदर्शन करने के लिए तैयार रहेंगे।
टीम इंडिया के लिए क्या होगा असर?
गंभीर की अनुपस्थिति का सीधा असर टीम की रणनीति और आत्मविश्वास पर पड़ सकता है, खासकर जब टीम का नेतृत्व युवा शुभमन गिल कर रहे हैं और कोचिंग स्टाफ से निरंतर मार्गदर्शन बेहद जरूरी होता है। हालांकि, टीम के पास अनुभवी सपोर्ट स्टाफ और मेंटर्स मौजूद हैं जो इस चुनौतीपूर्ण समय में खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत बनाए रख सकते हैं।
निष्कर्ष: उम्मीद की किरण और बीसीसीआई की रणनीति
गौतम गंभीर की वापसी को लेकर जो राहत भरी खबर आई है, उससे साफ होता है कि बीसीसीआई जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करना चाहता। वीवीएस लक्ष्मण जैसे अनुभवी शख्स पर सभी की नजरें थीं, लेकिन उनका इंग्लैंड दौरा बीसीसीआई से जुड़ा नहीं था। अब जब गंभीर की संभावित वापसी की खबरें आ रही हैं, तो यह तय माना जा सकता है कि हेडिंग्ले टेस्ट में टीम इंडिया उन्हीं के नेतृत्व में मैदान पर उतरेगी।
इस घटना से यह भी साफ हो गया है कि बीसीसीआई संवेदनशील परिस्थितियों में अपने अधिकारियों और कोचिंग स्टाफ को निजी जिम्मेदारियों के लिए स्पेस देता है, जो कि एक संवेदनशील और परिपक्व संगठन की पहचान है।