भारतीय क्रिकेट टीम के युवा सितारे और कप्तान शुभमन गिल आज (10 अक्टूबर) दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में एक नया अध्याय शुरू करने जा रहे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच के साथ, गिल पहली बार भारतीय सरजमीं पर टेस्ट कप्तान के तौर पर मैदान में उतरेंगे। यह मैच उनके लिए न सिर्फ कप्तानी के लिहाज से बेहद खास है, बल्कि बल्ले से भी कमाल करने का बेहतरीन मौका है, जिसके दम पर वह एक विशिष्ट रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते हैं।
Shubman Gill’s one of the least celebrated knocks is his Test debut:
- Trolled for 2 months for SENA run
- Pressure to deliver as ICT captain
- Haters sure he’ll fail
- Supporters hoping he’ll prevail
Goes on to smash a 147-run masterclass at Leeds 🔥pic.twitter.com/N7kH1JNceS
— Ironix (@ironix269) October 9, 2025
इससे पहले, गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। उनकी पिछली सफलता ही इस बात की वजह है कि क्रिकेट जगत की निगाहें अब पूरी तरह से इस युवा कप्तान पर टिकी हैं। दिल्ली टेस्ट में गिल के बल्ले से सिर्फ जीत ही नहीं, बल्कि एक व्यक्तिगत मील का पत्थर भी हासिल करने की उम्मीद है।
कप्तानी में शानदार प्रदर्शन
शुभमन गिल ने बतौर टेस्ट कप्तान अपने छोटे से करियर में अब तक असाधारण प्रदर्शन किया है। विदेशी धरती पर टीम को जीत दिलाते हुए उन्होंने व्यक्तिगत रूप से भी महत्वपूर्ण रन बनाए हैं। अब यह दिल्ली टेस्ट उनके लिए खास होगा, क्योंकि यह भारत में बतौर कप्तान उनका पहला मुकाबला होगा। दिल्ली की पिच को पारंपरिक रूप से बल्लेबाजों के लिए मददगार माना जाता है, और यही कारण है कि क्रिकेट प्रेमियों को गिल से एक बड़ी और निर्णायक पारी की उम्मीद है। यदि गिल का बल्ला चलता है, तो इतिहास का बनना तय है।
1000 टेस्ट रन का ऐतिहासिक अवसर
दिल्ली टेस्ट में शुभमन गिल के पास एक बड़ा व्यक्तिगत माइलस्टोन हासिल करने का सुनहरा मौका है। कप्तान के रूप में अब तक खेली गई 10 टेस्ट पारियों में उन्होंने कुल 805 रन बनाए हैं। यानी, टेस्ट कप्तान के तौर पर अपने 1000 रन पूरे करने के लिए उन्हें अब सिर्फ 196 रनों की जरूरत है। यदि गिल दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक बड़ी और यादगार पारी खेलते हुए ये 196 रन बना लेते हैं, तो वह भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज 1000 टेस्ट रन बनाने वाले कप्तान बन जाएंगे।
डॉन ब्रैडमैन के बाद नाम दर्ज करने का मौका
विश्व क्रिकेट में बतौर कप्तान सबसे तेज 1000 टेस्ट रन बनाने का अटूट रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन के नाम दर्ज है। ब्रैडमैन ने यह उपलब्धि केवल 11 पारियों में हासिल की थी। गिल के पास भले ही इस रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका न हो, क्योंकि यह उनकी 11वीं पारी होगी, लेकिन अगर वह इस मैच में शतक जड़ते हैं और 1000 रन का आंकड़ा छू लेते हैं, तो वह डॉन ब्रैडमैन के ठीक बाद, सबसे तेज 1000 रन पूरे करने वाले कप्तानों की विशिष्ट सूची में अपना नाम दर्ज करा लेंगे। यह मैच न केवल टीम इंडिया की सीरीज जीत के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि शुभमन गिल के कप्तानी करियर को घरेलू मैदान पर शानदार शुरुआत देने और उन्हें रिकॉर्ड बुक में शामिल करने का भी बेहतरीन अवसर है।