3 जून 2025 का दिन भारतीय क्रिकेट के इतिहास में गोल्डन लेटर से लिखा जाएगा। इस दिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने आखिरकार आईपीएल ट्रॉफी पर अपना नाम दर्ज करा दिया। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में RCB ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर 18 साल का लंबा इंतजार खत्म किया और अपने फैंस को खुशी से झूमने का मौका दिया।
मैच की आखिरी गेंद जैसे ही जोश हेजलवुड ने डाली और पंजाब के शशांक सिंह रन नहीं बना पाए, वैसे ही पूरा स्टेडियम ‘आरसीबी...आरसीबी’ के नारों से गूंज उठा। ये सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि एक भावनात्मक क्षण था उस टीम और उन फैंस के लिए, जो सालों से दिल टूटने की आदत बना बैठे थे।
RCB ने रचा नया इतिहास
इस ऐतिहासिक जीत के साथ RCB ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। अब RCB आईपीएल और विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) दोनों खिताब जीतने वाली केवल दूसरी फ्रेंचाइजी बन गई है। इससे पहले यह कारनामा सिर्फ मुंबई इंडियंस ने किया था।
RCB की महिला टीम ने पिछले साल 2024 में WPL का खिताब जीता था। उस फाइनल में कप्तान स्मृति मंधाना, स्टार ऑलराउंडर एलिसा पैरी और तेज गेंदबाज रेणुका सिंह के शानदार प्रदर्शन ने दिल्ली कैपिटल्स को हराकर जीत दर्ज की थी।
18 साल का इंतजार, एक सुनहरा पल
RCB की मेंस टीम के लिए यह जीत एक सपना सच होने जैसा था। 2008 से लेकर 2024 तक RCB ने कई बार प्लेऑफ और फाइनल में जगह बनाई, लेकिन हर बार टीम खिताब से चूक जाती थी। विराट कोहली, एबी डीविलियर्स, गेल, डिवाइन जैसे सुपरस्टार्स के बावजूद ट्रॉफी RCB की झोली में नहीं आई।
लेकिन 2025 में किस्मत पलटी। नई कप्तानी, संतुलित टीम और बेहतरीन रणनीति ने वो कर दिखाया जो अब तक नामुमकिन लगता था। रजत पाटीदार की कप्तानी में टीम ने ना सिर्फ दमदार क्रिकेट खेला, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत नजर आई।
मैच का हाल: RCB बनाम पंजाब किंग्स
फाइनल मुकाबले में RCB ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 190 रन बनाए। बल्लेबाजों ने जिम्मेदारी से खेलते हुए स्कोर को मजबूत किया। जवाब में पंजाब की टीम 20 ओवर में 184 रन ही बना सकी और मैच 6 रन से RCB के नाम रहा।
जोश हेजलवुड ने आखिरी ओवर में धड़कनें बढ़ा दीं, जब पंजाब को जीत के लिए 30 रन चाहिए थे। शशांक सिंह ने ओवर की शुरुआत में धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए 24 रन जोड़ दिए, लेकिन आखिरी दो गेंदों में कोई चमत्कार नहीं हो सका।
मुंबई और RCB: अब बराबरी का दावा
मुंबई इंडियंस ने सबसे पहले यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी, जब उनकी मेंस टीम ने 5 बार IPL खिताब जीता और महिला टीम ने 2023 में पहला WPL टाइटल अपने नाम किया। अब RCB ने भी महिला और पुरुष दोनों टीमों को चैंपियन बना दिया है, जिससे उनका नाम भी सबसे सफल फ्रेंचाइजी की दौड़ में शामिल हो गया है।
हालांकि खिताबों की संख्या में मुंबई अब भी आगे है, लेकिन RCB की यह उपलब्धि भावनात्मक और ऐतिहासिक दोनों ही दृष्टियों से बेहद खास है।
फैंस के लिए जश्न का मौका
RCB की इस ऐतिहासिक जीत के बाद सोशल मीडिया पर जश्न का सैलाब आ गया है। #RCBChampion, #DoubleTitle, #RCBHistory जैसे हैशटैग्स ट्रेंड करने लगे। आरसीबी फैंस ने पुराने हार और 18 साल के संघर्ष की क्लिप्स शेयर करते हुए भावुक जश्न मनाया।
विराट कोहली, जो अब टीम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन इस जीत के बाद उन्होंने ट्वीट किया –
"आज मेरी आंखों में आंसू हैं, लेकिन ये आंसू खुशी के हैं। RCB फाइनली चैंपियन है!"
निष्कर्ष: एक युग का अंत, नए युग की शुरुआत
RCB की यह जीत न सिर्फ एक ट्रॉफी का मामला है, बल्कि यह संघर्ष, निराशा, धैर्य और जुनून की कहानी है। महिला और पुरुष दोनों टीमों के चैंपियन बनने के बाद, RCB ने खुद को भारतीय क्रिकेट की सबसे प्रभावशाली फ्रेंचाइजी के रूप में स्थापित कर लिया है।
अब RCB सिर्फ एक टीम नहीं, एक भावना है – एक संघर्ष से निकली प्रेरणा, जो करोड़ों दिलों में बसती है।
2025 की ये जीत सालों तक याद रखी जाएगी – क्योंकि यह सिर्फ एक खिताब नहीं, RCB के आत्मसम्मान और उसके फैंस की जीत थी।