इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2026 सीज़न के मिनी प्लेयर ऑक्शन से पहले, राजस्थान रॉयल्स (RR) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बीच प्रस्तावित सबसे बड़े प्लेयर ट्रेड पर अनिश्चितता के बादल छा गए हैं। पिछले काफी समय से जिस संजू सैमसन और रवींद्र जडेजा की अदला-बदली की खबरें सुर्खियां बटोर रही थीं, उस पर अभी तक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की तरफ से आधिकारिक मुहर नहीं लगी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, RR और CSK ने ट्रेड के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट (EOI) दो दिन पहले ही जारी कर दिया था, लेकिन BCCI को अभी तक मंजूरी के लिए औपचारिक अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है। इस देरी का मुख्य कारण सैमसन के बदले जडेजा के साथ CSK के इंग्लिश ऑलराउंडर सैम करन को RR की टीम में शामिल करने की मांग है, जिसने इस डील में बड़ा पेंच फंसा दिया है।
विदेशी प्लेयर्स का कोटा फुल, पर्स खाली
सैम करन को लेकर समस्या यह है कि राजस्थान रॉयल्स का विदेशी प्लेयर्स का कोटा पूरी तरह से फुल है। क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, IPL के नियमानुसार हर फ्रेंचाइजी अधिकतम 8 विदेशी खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल कर सकती है, और RR के पास पहले से ही 8 विदेशी खिलाड़ी मौजूद हैं। RR तब तक सैम करन (जो एक विदेशी खिलाड़ी हैं) को अपनी टीम का हिस्सा नहीं बना सकती, जब तक कि वह अपने मौजूदा 8 विदेशी खिलाड़ियों में से किसी एक को रिलीज़ नहीं कर देती। इसके साथ ही एक और बड़ी वित्तीय बाधा है:
-
CSK ने सैम करन को अपनी स्क्वाड में शामिल करने के लिए ₹2.4 करोड़ खर्च किए थे।
-
इसके विपरीत, राजस्थान रॉयल्स के पास वर्तमान में अपने पर्स में मात्र ₹30 लाख की राशि उपलब्ध है।
यानी, करन को ट्रेड करने के लिए RR को न केवल एक विदेशी खिलाड़ी को बाहर करना होगा, बल्कि अपने पर्स में भी पर्याप्त राशि (₹2.4 करोड़) खाली करनी होगी।
हसरंगा और तीक्ष्णा पर लटकी तलवार
इस समस्या को हल करने के लिए, राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन अपने दो श्रीलंकाई स्पिनर्स को रिलीज़ करने पर विचार कर रहा है:
-
वानिंदु हसरंगा: जिन्हें RR ने ₹5.25 करोड़ में खरीदा था।
-
महेश तीक्ष्णा: जिन्हें RR ने ₹4.40 करोड़ में स्क्वाड का हिस्सा बनाया था।
RR को अपने रिटेन और रिलीज़ किए जाने वाले खिलाड़ियों की सूची डेडलाइन से पहले जारी करनी होगी, तभी सैम करन के लिए जगह बन पाएगी और यह मेगा-ट्रेड संभव हो पाएगा।
सैमसन-जडेजा की डील सुरक्षित
राहत की बात यह है कि संजू सैमसन और रवींद्र जडेजा की सीधी अदला-बदली में कोई समस्या नहीं है, क्योंकि दोनों भारतीय खिलाड़ी हैं। IPL के नियमों के अनुसार, RR के पास कुल 22 खिलाड़ी हैं, जबकि अधिकतम 25 खिलाड़ियों को रखने की अनुमति है। इसका मतलब है कि RR अभी भी 3 और भारतीय खिलाड़ियों को जोड़ सकती है, बशर्ते उनके पास पर्स में पर्याप्त राशि हो। फिलहाल, इस सबसे बड़े ट्रेड का भविष्य अब इस बात पर निर्भर करता है कि राजस्थान रॉयल्स कितनी जल्दी अपने विदेशी खिलाड़ियों को रिलीज़ करने और पर्स में पैसे जुटाने का फैसला लेती है।