भारतीय क्रिकेट टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा जारी होने के बीच, देश में रणजी ट्रॉफी का रोमांच अपने चरम पर है। इस प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट में, ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए न चुने गए खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में, टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज करुण नायर ने कर्नाटक के लिए खेलते हुए एक बड़ी शतकीय पारी खेली है, जिसने उन्हें एक बार फिर चयनकर्ताओं की नजरों में ला दिया है। करुण नायर इस समय कर्नाटक के लिए शानदार फॉर्म में हैं और उन्होंने 267 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 174 रन बना लिए हैं। उनकी इस मैराथन पारी में 14 चौके और 3 छक्के शामिल हैं। नायर अभी भी क्रीज पर डटे हुए हैं और उनके पास दोहरा शतक पूरा करने का शानदार मौका है। यह प्रदर्शन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उन्हें बल्ले से रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा था।
तिहरे शतक के बाद इंटरनेशनल करियर में ठहराव
करुण नायर भारतीय क्रिकेट इतिहास के उन चुनिंदा बल्लेबाजों में से एक हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ा है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ $303$ रनों की शानदार पारी खेली थी। हालांकि, यह उनके अंतर्राष्ट्रीय करियर का एकमात्र बड़ा आकर्षण रहा। इस ऐतिहासिक पारी के कुछ ही मैचों बाद वह टीम से बाहर हो गए, क्योंकि उनके बल्ले से बड़े रन आने बंद हो गए थे। इसके बावजूद, नायर घरेलू क्रिकेट में लगातार रनों का अंबार लगाते रहे। करीब आठ साल के लंबे इंतजार के बाद, उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में वापस बुलाया गया, जिसे उनके लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी जगह पक्की करने का एक बड़ा अवसर माना गया।
इंग्लैंड सीरीज में नहीं चला बल्ला
इंग्लैंड सीरीज में करुण नायर की वापसी एक बड़ा मौका थी, लेकिन वह इसका फायदा उठाने में नाकाम रहे। पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में उन्हें चार मैच खेलने का अवसर मिला, यानी कुल आठ पारियां। दुर्भाग्य से, इन आठ पारियों में वह केवल एक बार 50 का आंकड़ा पार कर पाए। उन्होंने अपनी एकमात्र अर्धशतकीय पारी अंतिम टेस्ट में खेली, जहां उन्होंने 57 रन बनाए। उम्मीदों के विपरीत प्रदर्शन के कारण, वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली अगली घरेलू सीरीज के लिए उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। यह उनके इंटरनेशनल करियर के लिए एक बड़ा झटका था।
रणजी में 174 रन की नाबाद पारी: वापसी की दस्तक?
इंटरनेशनल स्तर पर निराशा के बावजूद, करुण नायर ने घरेलू क्रिकेट में हार नहीं मानी है। रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सत्र में कर्नाटक के लिए नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने जो 174 रन की नाबाद पारी खेली है, वह उनकी जबरदस्त फॉर्म और धैर्य को दर्शाती है। अब सवाल यह उठता है कि क्या करुण नायर की यह शानदार पारी उन्हें एक बार फिर टीम इंडिया में एंट्री दिलाने के लिए काफी होगी? भारतीय टीम को नवंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है, जिसके लिए टीम का ऐलान होना बाकी है। चयनकर्ता घरेलू सर्किट में लगातार रन बना रहे नायर के प्रदर्शन को किस नजरिए से देखते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा। यह पारी निश्चित रूप से चयनकर्ताओं को उन्हें एक बार फिर विचार करने पर मजबूर करेगी और नायर ने एक मजबूत दावा पेश किया है कि उनके करियर का अध्याय अभी समाप्त नहीं हुआ है।