क्रिकेट के दीवानों के लिए इन दिनों टेस्ट क्रिकेट बेहद रोमांचक मोड़ पर है। एक तरफ भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज चल रही है, तो वहीं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज की टीमें बारबाडोस में भिड़ रही हैं। हालांकि, बारबाडोस टेस्ट की पिच ने बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं और गेंदबाजों ने अब तक का खेल पूरी तरह अपने नाम कर लिया है। दो दिन के भीतर ही कुल 24 विकेट गिर चुके हैं, जिससे यह मुकाबला बेहद दिलचस्प और अनिश्चितता से भर गया है।
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी – 180 पर ढेर
मैच की शुरुआत ही गेंदबाजों के जलवे के साथ हुई। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए महज 180 रन पर घुटने टेक दिए। किसी भी बल्लेबाज ने बड़ी पारी नहीं खेली और वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने लगातार अंतराल पर विकेट लेकर दबाव बनाए रखा।
-
जेडेन सील्स ने कहर बरपाते हुए 5 विकेट चटकाए।
-
शमर जोसेफ ने भी तेज गेंदबाजी का नमूना पेश करते हुए 4 विकेट हासिल किए।
-
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज बाउंड्री लगाने से ज्यादा क्रीज पर टिकने के लिए संघर्ष करते नजर आए।
वेस्टइंडीज की पहली पारी – मामूली बढ़त के साथ 190 पर सिमटी
ऑस्ट्रेलिया के 180 रन के जवाब में वेस्टइंडीज की टीम भी 190 रन ही बना सकी। यानि उन्हें केवल 10 रनों की मामूली बढ़त मिल सकी। बल्लेबाजों ने शुरुआत तो की लेकिन कोई भी उसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सका।
-
शाई होप ने सर्वाधिक 48 रन बनाए, जबकि कप्तान रॉस्टन चेस ने 44 रन का योगदान दिया।
-
अंत में अल्जारी जोसेफ ने 20 गेंदों में 23 रन की तेजतर्रार नाबाद पारी खेली।
-
ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टार्क ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 3 विकेट लिए।
-
कप्तान पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और ब्यू वेबस्टर ने 2-2 विकेट लिए, जबकि नाथन लियोन को एक सफलता मिली।
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी – फिर फिसली शुरुआत
दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम को फिर वही पुरानी समस्या का सामना करना पड़ा — टॉप ऑर्डर का ढह जाना। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट खोकर 92 रन बना लिए थे।
इसका मतलब है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम अब भी संघर्ष कर रही है और उनके बल्लेबाज पिच की हरकतों से जूझ रहे हैं।
वेस्टइंडीज की गेंदबाजी – फिर से प्रभावशाली प्रदर्शन
वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने दूसरी पारी में भी अपनी लय को बरकरार रखा। सभी मुख्य गेंदबाजों को विकेट मिले:
इस संतुलित गेंदबाजी प्रदर्शन ने ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर बनाए रखा है।
पिच रिपोर्ट – बल्लेबाजों की परीक्षा
बारबाडोस की पिच ने अब तक बल्लेबाजों को राहत नहीं दी है। गेंदबाजों को हर पारी में मदद मिल रही है — स्विंग, सीम मूवमेंट और अनियमित उछाल बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौतियां पैदा कर रहे हैं। इस पिच पर टिककर खेलने की जरूरत है लेकिन किसी भी बल्लेबाज को अभी तक बड़ी पारी खेलने का मौका नहीं मिला है।
आगे का समीकरण – कौन बनेगा हावी?
अब मुकाबला रोमांचक मोड़ पर है। तीसरे दिन जब खेल शुरू होगा, तो सबकी नजर ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम पर होगी — क्या वो कोई बड़ी बढ़त बना पाएंगे? या फिर वेस्टइंडीज गेंदबाज एक बार फिर तबाही मचाकर उन्हें सस्ते में समेट देंगे?
वहीं वेस्टइंडीज को भी दूसरी पारी में बेहतर बल्लेबाजी करनी होगी क्योंकि ये साफ है कि जो टीम 200 के आसपास स्कोर कर लेगी, वही मैच पर पकड़ बना सकती है। मैच के पहले दो दिन गेंदबाजों के नाम रहे, अब देखना है कि क्या कोई बल्लेबाज अपने टीम को जीत की ओर ले जा पाता है।
निष्कर्ष
बारबाडोस टेस्ट ने यह साबित कर दिया है कि टेस्ट क्रिकेट अब भी रोमांच से भरपूर है। जब दोनों टीमों के बल्लेबाज रन बनाने को तरस रहे हों और गेंदबाज हर गेंद पर खतरनाक नजर आ रहे हों, तो दर्शकों को असली टेस्ट क्रिकेट का मजा मिल रहा है। अगले 2-3 दिन इस मुकाबले की दिशा तय करेंगे, लेकिन इतना तय है कि यह मुकाबला रोमांच की नई परिभाषा बन चुका है।