30000 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे बोइंग-737 विमान में अचानक हड़कंप मच गया, जब एक क्रू मेंबर को विमान के बाथरूम में बम होने की धमकी भरा नोट मिला। यह घटना उस वक्त हुई जब फ्लाइट नंबर BY6422, जो ब्रिटेन के कार्डिफ से कैनरी द्वीप के लैंजारोटे के लिए रवाना हुई थी, आकाश में उड़ रही थी। नोट मिलने के बाद पायलट ने तुंरत एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क किया और विमान को नजदीकी एयरपोर्ट लैंजारोटे पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई।
लैंडिंग के बाद एयरपोर्ट सिक्योरिटी, पुलिस और डॉग स्कवायड की मदद से विमान के हर कोने की जांच की गई। यात्रियों के सामान की भी पूरी जांच की गई, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। पूरी जांच प्रक्रिया के बाद फ्लाइट को गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया। हालांकि इस झूठी धमकी की वजह से लैंजारोटे हवाई अड्डे पर चार अन्य फ्लाइट्स की लैंडिंग में भी देरी हुई।
जांच शुरू, सिविल गार्ड ने मामला गंभीरता से लिया
स्पेन के सिविल गार्ड ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। उन्होंने यह पता लगाने की कोशिश शुरू कर दी है कि यह धमकी भरा नोट किसने लिखा था और उसका मकसद क्या था। धमकी देना न केवल अपराध है, बल्कि इससे यात्रियों और विमान में मौजूद लोगों की सुरक्षा खतरे में पड़ती है। इस तरह की हरकतों को पब्लिक सिक्योरिटी के लिए बड़ा खतरा माना जाता है, इसलिए दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
घटना का पूरा घटनाक्रम
यह धमकी नोट विमान के बाथरूम में पाया गया था। उस समय फ्लाइट पुर्तगाल के ऊपर उड़ रही थी। विमान में मौजूद क्रू मेंबर को इस खतरे का पता चलते ही तुरंत पायलट को सूचित किया गया। पायलट ने तुरंत नजदीकी एयरपोर्ट लैंजारोटे पर विमान को इमरजेंसी लैंडिंग के लिए निर्देशित किया। स्पेन के सिविल गार्ड ने AINA कंट्रोल टावर से अलर्ट मिलने के बाद सुरक्षा प्रोटोकॉल एक्टिवेट कर दिया और पूरे विमान की खोजबीन शुरू कर दी।
यात्रियों में फैली दहशत
धमकी की खबर से यात्रियों में डर और तनाव फैल गया था। फ्लाइट को इमरजेंसी गेट पर उतारकर यात्रियों को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया और उनके सामान की जांच की गई। हालांकि, बाद में पता चला कि विमान में कोई विस्फोटक पदार्थ नहीं था, लेकिन इस झूठी धमकी ने यात्रियों और एयरपोर्ट स्टाफ दोनों के लिए मुश्किलें बढ़ा दीं।
इससे पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
इससे पहले मई माह में ईजीजेट की एक फ्लाइट में भी इसी तरह की हड़कंप मची थी। उस फ्लाइट में एक यात्री ने अचानक बम-बम चिल्लाकर हंगामा किया था, जिससे पायलट को विमान को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी। उस फ्लाइट में एक महिला अकेले तुर्की से मैनचेस्टर जा रही थी, जिसने अचानक यह डर फैलाया था।
इसके अलावा एक और घटना में एक ग्रीक हवाई अड्डे पर एक विमान के पंखों को नुकसान पहुंचा था, जब वह अवरोधक से टकरा गया था। ये घटनाएं यह दर्शाती हैं कि हवाई यात्रा में सुरक्षा को लेकर सतर्कता बेहद जरूरी है।
झूठी धमकियों के दुष्परिणाम
हवाई जहाज में बम या धमकी देने वाले नोट जैसी झूठी खबरें न केवल यात्रियों की जान को खतरे में डालती हैं, बल्कि हवाई यात्रा को भी असुरक्षित बनाती हैं। इसके चलते एयरपोर्ट पर उड़ानों में देरी होती है, यात्रियों को असुविधा होती है और सुरक्षा एजेंसियों को अतिरिक्त काम करना पड़ता है। ऐसे मामलों में पुलिस कड़ी जांच करती है और दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए कानून के तहत कार्रवाई करती है।
सुरक्षा प्रोटोकॉल की अहमियत
एयरपोर्ट और एयरलाइन दोनों ही ऐसे संकटों से निपटने के लिए कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल अपनाते हैं। डॉग स्कवायड, बम निरोधक टीम और पुलिस सुरक्षा विमान के हर हिस्से की जांच करती है ताकि किसी भी संदिग्ध वस्तु को तुरंत पकड़ा जा सके। विमान में क्रू मेंबर्स को भी इस तरह के हालात में सही कार्रवाई के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
निष्कर्ष
30000 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे विमान में बम धमकी का नोट मिलने से हुई यह घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि हवाई यात्रा में सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है। किसी भी झूठी धमकी को हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि इससे यात्रियों की जान को सीधा खतरा होता है और पूरे हवाई यात्रा नेटवर्क पर असर पड़ता है। सुरक्षा एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई और सतर्कता से ही ऐसे खतरों को नाकाम किया जा सकता है।
इस घटना के बाद यात्रियों और एयरलाइंस दोनों के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे हवाई सुरक्षा नियमों का पूरी तरह पालन करें और किसी भी संदिग्ध परिस्थिति की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। तभी हम हवाई यात्रा को सुरक्षित और तनाव मुक्त बना पाएंगे।