अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सर्जियो गोर को भारत में नया अमेरिकी राजदूत नियुक्त किया है। इस नियुक्ति के बाद सर्जियो ने अपनी प्रतिक्रिया भी व्यक्त की और कहा कि वह राष्ट्रपति ट्रंप के प्रति आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने उन पर भरोसा जताकर इतनी बड़ी जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है। यह नियुक्ति न केवल भारत में अमेरिका के राजदूत के रूप में है, बल्कि सर्जियो गोर को दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों का विशेष दूत भी बनाया गया है। इसका अर्थ यह है कि वे भारत के साथ-साथ पाकिस्तान और इस क्षेत्र के अन्य देशों के मामलों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
सर्जियो गोर कौन हैं?
सर्जियो गोर अमेरिका के जाने-माने बिजनेसमैन और राजनीतिक कार्यकर्ता हैं। वर्तमान में वे व्हाइट हाउस में प्रेसिडेंशियल पर्सनेल ऑफिस के डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। उनकी भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में नियुक्ति को अमेरिकी सीनेट ने भी मंजूरी दी है। दिलचस्प बात यह है कि सर्जियो गोर का जन्म उज्बेकिस्तान के ताशकंद में हुआ था, लेकिन 1990 में उनका परिवार माल्टा आकर बस गया था। उनकी मां इजरायल की नागरिक और एक बिजनेसवूमेन हैं। बाद में उनका परिवार अमेरिका के लॉस एंजिल्स में बस गया।
सर्जियो गोर ने अपनी पढ़ाई जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से पूरी की और वे रिपब्लिकन पार्टी और यंग अमेरिका फाउंडेशन के सदस्य भी रहे। साल 2008 में उन्होंने सीनेटर जॉन मैककेन की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए अभियान चलाया था।
राजनीतिक और व्यावसायिक करियर
गोर रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के सदस्य भी रह चुके हैं और उन्होंने कई प्रमुख रिपब्लिकन नेताओं जैसे स्टीव किंग, मिशेल बाखमैन और रैंडी फोर्ब्स के लिए प्रवक्ता का काम किया। 2013 में उन्होंने केंटकी के सीनेटर रैंड पॉल के राजनीतिक संगठन RANDPAC से जुड़कर वहां वाइस चीफ के पद पर काम किया। 2020 में वे ट्रंप विक्ट्री फाइनेंस कमेटी के चीफ ऑफ स्टाफ बने और डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के सलाहकार तथा बुक पब्लिकेशन मैनेजर भी रहे।
ट्रंप के साथ संबंध
सर्जियो गोर ने ट्रंप के साथ मिलकर 2021 में पब्लिकेशन कंपनी विनिंग टीम पब्लिशिंग की स्थापना की, जिसके तहत कई किताबें प्रकाशित हुईं जैसे Our Journey Together, Letters to Trump और Save America। वे 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप के समर्थन में राइट फॉर अमेरिका सुपर PAC कैंपेन के चीफ भी थे। इसी वर्ष ट्रंप ने उन्हें व्हाइट हाउस प्रेसिडेंशियल पर्सनेल ऑफिस का डायरेक्टर बनाया, जहां उन्होंने 4000 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती की।
विवादों में भी रहे गोर
हालांकि ट्रंप ने सर्जियो गोर को अपना भरोसेमंद दोस्त बताया है, उनका नाम कुछ विवादों से भी जुड़ा रहा है। स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने उन्हें ‘सांप’ तक कह दिया था। मस्क ने आरोप लगाया था कि गोर के कारण NASA एडमिनिस्ट्रेटर पद के उम्मीदवार जेरेड इसाकमैन की नियुक्ति रद्द हो गई। इसके अलावा, गोर के जन्मस्थान और बैकग्राउंड को लेकर भी विवाद होता रहा है। वे दावा करते हैं कि वे रूस के नागरिक नहीं हैं, लेकिन उनका परिवार सोवियत संघ से है।
निष्कर्ष
सर्जियो गोर की भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में नियुक्ति अमेरिका की दक्षिण और मध्य एशिया में अपनी भूमिका मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। उनके व्यापक राजनीतिक अनुभव और ट्रंप के साथ घनिष्ठ संबंध इस भूमिका में उनकी सफलता के संकेत देते हैं। हालांकि उनके ऊपर लगे विवाद भी चर्चा का विषय बने हुए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं और भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों में क्या नई दिशा देते हैं।