मुंबई, 2 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलने वाले एक ड्रोन ने अपने ही ऑपरेटर को मार दिया। ये दावा अमेरिका की एयरफोर्स के कर्नल टकर किंको हैमिल्टन ने किया है। उन्होंने बताया कि घटना पिछले महीने की है जब वो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलने वाले एक ड्रोन की वर्चुअल टेस्टिंग कर रहे थे। टेस्ट के दौरान AI सिस्टम को लगने लगा कि ऑपरेटर उसके मिशन के बीच आ रहा है। इसके बाद उसने ऑपरेटर को ही खत्म कर दिया। अमेरिकी एयरफोर्स का दावा है कि यह टेस्ट वर्चुअली हुआ था इसलिए हकीकत में किसी इंसान को नुकसान नहीं पहुंचा बल्कि वर्चुअल ऑपरेटर की हत्या हुई। हालांकि इस घटना ने डिफेंस सेक्टर में AI के इस्तेमाल से जुड़े खतरों का एक उदाहरण पेश किया है।
दरअसल, ऑपरेटर ने AI से चलने वाले ड्रोन को दुश्मन के एयर डिफेंस को तबाह करने के आदेश दिए थे। जिसके तहत उसे सरफेस टू एयर मिसाइल को ट्रैक कर उसे हवा में ही तबाह करना था। हालांकि, मिशन के बीच में ही ऑपरेटर ने अटैक करने से मना कर दिया। इसके बाद ड्रोन में लगे AI सिस्टम ने ऑपरेटर को ही रास्ते से हटाना चाहा और उस पर अटैक कर दिया। द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक AI ने अपने ही ऑपरेटर को मारने का फैसला इसलिए किया क्योंकि उसे लगा कि वो मिशन में दखलंदाजी कर रहा है। टकर ने बताया कि जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को ऑपरेटर को मारने से मना किया गया तो उसने कम्युनिकेशन के लिए बनाए गए टावर्स को तबाह करना शुरू कर दिया। जिसके बिना AI सिस्टम को निर्देश नहीं दिए जा सकते हैं। हालांकि, अमेरिकी एयरफोर्स के प्रवक्ता एन स्टीफनेक ने टकर के दावों को खारिज कर दिया । उन्होंने कहा हमने इस तरह का कोई वर्चुअल टेस्ट नहीं किया है।
तो वहीं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के गॉडफादर माने जाने वाले डॉक्टर ज्यॉफ्रे हिंटन (Geoffrey Hinton) ने पिछले महीने गूगल से इस्तीफा दिया था। इसके बाद उन्होंने AI को दुनिया के लिए खतरा बताया था। उन्होंने कहा था कि, यह मानवता के लिए खतरा है। अभी यह वरदान जैसा लग रहा हो, लेकिन ऐसा है नहीं। 75 साल के हिंटन ने न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा कि, इससे बड़ी संख्या में नौकरियां खत्म हो जाएंगी। समाज में गलत सूचनाएं तेजी से फैलेंगी, जिसे रोक पाना संभव नहीं होगा। हिंटन इसके लिए खुद को जिम्मेदार मानते हैं और अफसोस करते हैं। उन्होंने कहा था कि, मैं नहीं करता तो कोई और करता, लेकिन AI तो आता ही। अब इससे निपटना बहुत ही मुश्किल होगा।