पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा इन दिनों देशभर में चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक एडिटेड तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें ज्योति को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ देखा जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि वह सपा के साथ किसी प्रचार गतिविधि में शामिल थीं। लेकिन जब इस तस्वीर की फैक्ट चेकिंग की गई, तो पूरा मामला झूठा निकला।
क्या है वायरल तस्वीर का दावा?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक यूजर ने 17 मई 2025 को एक वीडियो शेयर किया, जिसमें यह तस्वीर दिखाई गई और लिखा –
"ये देशद्रोही ज्योति जासूस समाजवादी पार्टी सुप्रीमो के साथ क्या कर रही है मित्रों, हम यूं ही नहीं कहते इन सपाई यदमुल्लो को #देशद्रोही_सपा"
इसके बाद 19 मई को एक और यूजर ने इसी तस्वीर को फिर से शेयर कर दावे को और हवा दी।
फैक्ट चेक: असली तस्वीर की सच्चाई क्या है?
फैक्ट चेक टीमों ने वायरल तस्वीर की गूगल रिवर्स इमेज सर्च के माध्यम से जांच की। इस जांच में सामने आया कि यह तस्वीर वास्तव में 22 जनवरी 2017 को प्रकाशित हुई थी और इसमें अखिलेश यादव के साथ उनकी पत्नी और कन्नौज से सांसद डिंपल यादव मौजूद थीं।
वायरल तस्वीर को एडिट कर डिंपल यादव के चेहरे की जगह पर ज्योति मल्होत्रा का चेहरा जोड़ दिया गया है।
रिपोर्ट क्या कहती है?
इंडियन एक्सप्रेस की 2017 की रिपोर्ट के अनुसार, यह तस्वीर उस समय की है जब अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के नए अध्यक्ष के रूप में "काम बोलता है" कैंपेन के तहत घोषणा पत्र जारी किया था। उस मौके पर डिंपल यादव भी मौजूद थीं। दिन की रिपोर्ट प्रकाशित है जिसमें यह तस्वीर मौजूद है।
लोगों को सावधान रहने की सलाह
यह साफ है कि यह वायरल तस्वीर संपादित (फेक) है और इसे राजनीतिक माहौल को भड़काने और भ्रम फैलाने के उद्देश्य से फैलाया गया है। सोशल मीडिया पर इस तरह के दावों पर विश्वास करने से पहले फैक्ट चेक करना बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष
यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की अखिलेश यादव के साथ जो तस्वीर वायरल हो रही है, वह पूरी तरह से नकली और एडिटेड है। वास्तविकता यह है कि यह तस्वीर 2017 की है और इसमें मौजूद महिला डिंपल यादव हैं, न कि ज्योति मल्होत्रा। सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारियों से सावधान रहना और किसी भी वायरल कंटेंट को बिना जांचे शेयर न करना नागरिक जिम्मेदारी है।