केंद्रीय खेल और युवा मामले मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि भारत ओलंपिक गेम्स की मेजबानी के लिए दावेदारी पेश करेगा। उन्होंने जानकारी दी कि भारत यूथ समर ओलंपिक 2029 और समर ओलंपिक 2036 की मेजबानी करने का इच्छुक है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि 2030 में भारत में कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजित किए जाएंगे। खेल मंत्री ने दावा किया कि भारत 2047 तक दुनिया के टॉप 5 मेडल विनर्स में शामिल होगा।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि 2036 ओलंपिक गेम्स की मेजबानी का मौका भारत को मिले, इसके लिए अभी से कड़ी मेहनत और रणनीति बनानी होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि भारत को ओलंपिक की मेजबानी मिली, तो यह खिलाड़ियों के मनोबल और प्रदर्शन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। उन्होंने इस अवसर को न सिर्फ खेल की दुनिया में भारत की पहचान बढ़ाने वाला बताया, बल्कि देश में खेल संस्कृति को भी मजबूती देने वाला कदम करार दिया।
हमें मेहनत करनी होगी
खेल मंत्री ने कहा, “2036 ओलंपिक गेम्स भारत में होने के लिए अभी से ही तैयारी करनी होगी। यह देश के खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिए गर्व का पल होगा। इसके लिए हमें हर स्तर पर मेहनत करनी होगी।” अनुराग ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खेल नीतियों की तारीफ करते हुए कहा कि 2014 से 2025 तक खेल और युवाओं के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। प्रधानमंत्री ने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि खिलाड़ियों और खेल से जुड़े सभी संसाधनों का संरक्षण और विकास हो।
मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र
अनुराग ठाकुर ने विस्तार से बताया कि मोदी सरकार ने खेलों के क्षेत्र में कई बड़ी पहल की हैं। उन्होंने कहा कि 2015 से 8 साल तक नेशनल गेम्स आयोजित नहीं किए गए थे, लेकिन मोदी सरकार ने तीन बैक-टू-बैक नेशनल गेम्स का आयोजन किया। इसके अलावा बीजेपी के नेतृत्व में नए खेलों का आयोजन हुआ और देशभर में ‘खेलो इंडिया’ के नए सेंटर खोले गए।
खेल मंत्री ने बताया कि लगभग 1100 पूर्व एथलीटों को कोच के रूप में नियुक्त किया गया है। ग्वालियर स्थित खेल संस्थान का दर्जा बढ़ाया गया और टारगेट ओलंपिक स्कीम (TOS) शुरू की गई। इस योजना के तहत खिलाड़ियों के खेलने, रहने, विदेश में प्रशिक्षण लेने और ट्रेनिंग का पूरा खर्चा सरकार उठाती है। इसके साथ ही खिलाड़ियों को 6 लाख रुपये तक की पॉकेट मनी भी प्रदान की जाती है, जिससे वे अपने व्यक्तिगत खर्चों में स्वतंत्र रह सकें।
भारत के लिए खेल में नया युग
अनुराग ठाकुर ने कहा कि इन पहलों से केवल खिलाड़ियों को लाभ नहीं मिलेगा, बल्कि पूरे देश में खेल संस्कृति को मजबूती मिलेगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि युवाओं में खेलों के प्रति रुचि और प्रतिभा बढ़ाने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। मंत्री ने कहा कि ओलंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी न सिर्फ भारत की खेल क्षमता को दुनिया के सामने पेश करेगी, बल्कि खेल पर्यटन और आर्थिक अवसरों को भी बढ़ावा देगी।
उन्होंने खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए कहा, “अगर हमारे खिलाड़ी अब से मेहनत करेंगे और सही दिशा में प्रयास करेंगे, तो 2047 तक भारत विश्व के टॉप 5 मेडल विनर्स में शामिल होगा। यह सपना केवल संभव ही नहीं, बल्कि हमारी मेहनत और योजनाओं से अवश्य साकार होगा।”
खेल मंत्री के इस ऐलान के बाद देशभर में खेल समुदाय और युवाओं में उत्साह की लहर दौड़ गई है। भारत के लिए खेलों की दुनिया में यह एक नया युग शुरू होने जा रहा है, जिसमें मेजबानी, प्रशिक्षण और खिलाड़ियों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।