भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने साल 2025 का अंत एक ऐतिहासिक और यादगार जीत के साथ किया है। तिरुवनंतपुरम के ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए पांचवें और अंतिम टी20 मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 15 रनों से हराकर सीरीज में 5-0 से क्लीन स्वीप (सूपड़ा साफ) कर दिया। यह भारत की अपनी धरती पर पहली और कुल तीसरी बार किसी द्विपक्षीय सीरीज में 5-0 की ऐतिहासिक जीत है।
हरमनप्रीत की कप्तानी पारी और भारत का संघर्ष
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत काफी खराब रही। फॉर्म में चल रही शेफाली वर्मा (05), पदार्पण कर रही जी कमालिनी (12) और हरलीन देओल (13) के सस्ते में आउट होने से पावरप्ले तक भारत का स्कोर 3 विकेट पर 41 रन था। इसके बाद ऋचा घोष और दीप्ति शर्मा भी जल्दी पवेलियन लौट गईं, जिससे टीम 77 रनों पर 5 विकेट खोकर संकट में थी।
ऐसे समय में कप्तान हरमनप्रीत कौर ने जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने 43 गेंदों में 9 चौकों और 1 छक्के की मदद से 68 रनों की जुझारू पारी खेली। उन्हें अमनजोत कौर (21) का अच्छा साथ मिला और दोनों ने छठे विकेट के लिए 61 रन जोड़े। पारी के अंत में अरुंधति रेड्डी ने महज 11 गेंदों में 27 रनों की तूफानी पारी खेलकर भारत को 175/7 के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुँचाया। श्रीलंका की ओर से कविशा दिलहारी और चामरी अटापट्टू ने 2-2 विकेट लिए।
श्रीलंका की कड़ी टक्कर और भारतीय गेंदबाजों का पलटवार
176 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम की शुरुआत भी खराब रही और कप्तान चामरी अटापट्टू (02) दूसरे ही ओवर में आउट हो गईं। हालांकि, इसके बाद हसिनी परेरा (65) और इमेशा दुलानी (50) ने भारतीय गेंदबाजों को जमकर छकाया। दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 79 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। इमेशा ने अपने करियर का पहला टी20 अर्धशतक जड़ा, वहीं हसिनी ने भी शानदार बल्लेबाजी की।
मैच तब पलटा जब कप्तान हरमनप्रीत ने गेंद अमनजोत कौर को थमाई। उन्होंने अर्धशतक बना चुकी इमेशा को आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने शिकंजा कसना शुरू किया:
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दीप्ति शर्मा ने निलाक्षिका सिल्वा (03) को आउट कर अपना वर्ल्ड रिकॉर्ड (152 विकेट) बनाया।
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वैष्णवी शर्मा ने कविशा दिलहारी को बोल्ड किया।
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श्री चरणी ने खतरनाक दिख रही हसिनी परेरा को बोल्ड कर श्रीलंका की जीत की उम्मीदें खत्म कर दीं।
अंतिम ओवरों में श्रीलंका ने लगातार विकेट गंवाए और निर्धारित 20 ओवरों में 7 विकेट पर 160 रन ही बना सकी। भारत की ओर से दीप्ति, अरुंधति, स्नेह राणा, वैष्णवी, श्री चरणी और अमनजोत सभी ने एक-एक विकेट साझा किया।
रिकॉर्ड्स का साल
यह मैच भारतीय खिलाड़ियों के लिए उपलब्धियों भरा रहा। जहां दीप्ति शर्मा दुनिया की सबसे सफल टी20 गेंदबाज बनीं, वहीं हरमनप्रीत कौर ने मिताली राज के सर्वाधिक 'प्लेयर ऑफ द मैच' (12 बार) के रिकॉर्ड की बराबरी की। शेफाली वर्मा को पूरी सीरीज में शानदार प्रदर्शन (241 रन) के लिए 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' चुना गया। इस शानदार क्लीन स्वीप के साथ भारतीय टीम ने विश्व क्रिकेट में अपना दबदबा एक बार फिर साबित कर दिया है।